बावजूद सरकारी शिक्षक किसी न किसी बहाने से स्कूल छोड़ जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय अथवा झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय पहुंच जाते हैं. इससे न सिर्फ विद्यालय में पठन-पाठन प्रभावित होता है, बल्कि कार्यालय के कामकाज में भी बाधा पहुंचता है.
अगर शिक्षकों के साथ किसी प्रकार की समस्या है तो प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से मिल कर उन्हें बताये. वो भी वर्ग कक्ष के समय नहीं. बल्कि स्कूल बंद होने के बाद जायें. जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि शिक्षकों को बार-बार हिदायत देने के बाद भी जिला कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. अब कोई अनुरोध नहीं सुना जायेगा. जो भी शिक्षक कार्यालय में नजर आयेंगे. उनकी हाजिरी काट दी जायेगी. इसके लिए शिक्षक खुद जवाबदेह होंगे. उन्होंने कहा कि अब नया कार्यालय सर्कुलर रोड स्थित सरकार भवन में संचालित हो रहा है.