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धनतेरस पर Jwellary की डिमांड में मंदी, बिक्री पर भी पड़ सकता है असर

नयी दिल्लीः सर्राफा और आभूषण विक्रेताओं को इस बार धनतेरस पर बिक्री कारोबार में ज्यादा उछाल की उम्मीद नहीं है. ग्राहकों के लिए खरीद नियमों में छूट दिये जाने के बावजूद मांग ज्यादा नहीं दिखायी दे रही. उद्योग जगत के सूत्रों के अनुसार, हालांकि, आॅटोमोबाइल और इलेक्ट्राॅनिक सामान की तरफ लोगों का रुझान बना हुआ […]

नयी दिल्लीः सर्राफा और आभूषण विक्रेताओं को इस बार धनतेरस पर बिक्री कारोबार में ज्यादा उछाल की उम्मीद नहीं है. ग्राहकों के लिए खरीद नियमों में छूट दिये जाने के बावजूद मांग ज्यादा नहीं दिखायी दे रही. उद्योग जगत के सूत्रों के अनुसार, हालांकि, आॅटोमोबाइल और इलेक्ट्राॅनिक सामान की तरफ लोगों का रुझान बना हुआ है. हालांकि, संगठित क्षेत्र के कारोबारियों को इस बार बिक्री में 10 से 35 फीसदी तक उछाल आने की उम्मीद है.

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पीसी ज्वैलर्स, कल्याण और तलवार संस सहित संगठित क्षेत्र के आभूषण विक्रेताओं को कारोबार में वृद्धि की उम्मीद है. उनका मानना है कि लोगों को बेहतर क्वालिटी और डिजाइन उत्पादों में भरोसा बढ़ा है. ग्राहक प्रतिस्पर्धी दाम पर अच्छी गुणवत्ता का सामान खरीदना चाहता है. देश में सोने के आभूषणों की बिक्री में असंगठित क्षेत्र का योगदान करीब 70 फीसदी तक है, जबकि संगठित क्षेत्र का हिस्सा धीरे धीरे बढ़ रहा है. दिवाली से पहले पड़ने वाले धनतेरस के त्योहार को सोना, चांदी और दूसरे कीमती सामान खरीदने के लिये बेहतर दिन माना जाता है. उत्तरी और पश्चिमी भारत में इस त्योहार को काफी धूमधाम से मनाया जाता है.

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण व्यापार महासंध (जीजेएफ) के चेयरमैन नितिन खंडेलवाल ने कहा कि इस बार कुल बिक्री पिछले साल के बराबर ही रहेगी. विभिन्न कारणों से सोने की मांग पर असर पड़ा है. ज्यादातर खरीदार अधिक खरीद नहीं कर रहे हैं, सांकेतिक खरीदारी ही कर रहे हैं. सोने के दाम सामान्य स्तर पर होने के बावजूद ज्यादा खरीदारी नहीं हो रही है. हालांकि, उन्होंने कहा कि कारोबार के सही-सही आंकड़े आधी रात तक ही पता चलेंगे.

खंडेलवाल ने कहा कि हालांकि, सरकार ने अपने ग्राहक को जानो नियमों में छूट दी है. इसके बावजूद ज्यादातर ग्राहक ईएमआई पर आॅटोमोबाइल्स और इलेक्ट्राॅनिक वस्तुओं की खरीदारी कर रहे हैं. जहां तक आभूषण उद्योग की बात है, 18 कैरेट के सोने, प्लेटिनम और हीरे के आभषणों पर ईएमआई की सुविधा उपलब्ध है. 22 और 24 कैरेट सोने के आभूषणों पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. सोने का भाव मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में 30,710 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जो कि एक साल पहले धनतेरस के दिन 30,590 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर था.

इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसियेशन के चेयरमैन और पीएनजी ज्वैलर्स के प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने कहा कि शाम होते होते खरीदारों की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि हर घंटे लोगों की भीड़ बढ़ रही है. इस बार पिछले साल के मुकाबले बिक्री 5 से 10 फीसदी अधिक होगी. विश्व स्वर्ण परिषद भारत के प्रबंध निदेशक सोमासुंदरम पीआर ने कहा कि ऐसा दिख रहा है कि स्वर्ण आभूषणों और ब्रांडेड सिक्कों के लिए मांग पिछली तिमाही के मुकाबले इस बार अधिक होगी. खासतौर से संगठित क्षेत्र में यह बेहतर होगी.

उन्होंने कहा कि माॅनसून बेहतर रहने और सोने के दाम अपेक्षाकृत स्थिर रहने से उपभोक्ताओं को चाहे वह सांकेतिक खरीदारी ही क्यों न करें, वह खरीदारी के लिए उत्साहित होंगे. आगे आने वाला वैवाहिक मौसम भी इस तिमाही के दौरान कारोबार प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण होगा. एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया के अध्यक्ष (विपणन) विपिन राणा ने कहा कि अपने ग्राहक को जानो (केवाईसी) नियमों में राहत दिये जाने के बाद बिक्री में काफी सुधार आया है. हम सोने के सिक्कों की बिक्री में 50 प्रतिशत उछाल आने की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक सर्राफा कारोबार में बिक्री की बात है, इसमें इस धनतेरस मांग कमजोर रहने से कारोबार कम रह सकता है.

पीसी ज्वैलर्स के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने कहा कि कंपनी को बिक्री में 30 से 35 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है. अच्छी गुणवत्ता के उत्पादों में बढ़ता विश्वास इसकी वजह है. कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमन ने भी यही बात कही. ग्राहकों का रुझान अच्छा है. बिक्री कारोबार कितना होगा यह बताना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन हमें 10 से 12 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है. चंडीगढ़ के तलवाल संस एंड ज्वैलर्स ने कहा कि ग्राहकी अच्छी है. उम्मीद है कि बिक्री पिछले साल से अच्छी रहेगी.

हालांकि, व्यापारियों के संगठन कन्फैडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स के अध्यक्ष बीसी भरतिया ने हालांकि कहा कि धनतेरस बाजार में त्योहारी रौनक लाने में विफल रहा है. ग्राहकों की कम संख्या से आर्थिक सुस्ती जारी रहने का संकेत मिलता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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