जानकारी के अनुसार पुलिस की खुफिया विभाग की छापेमारी में रंजन तरफदार नामक यह फर्जी चिकित्सक पकड़ा गया. रायगंज थाना की पुलिस ने इस फर्जी चिकित्सक का चेंबर सील कर दिया है एवं साथ ही प्रमाण पत्र भी जब्त कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक रायगंज थाना क्षेत्र के भूपालपुर के निवासी रंजन तरफदार दो बार कोशिश के बाद माध्यमिक पास हुए. फिर उच्च माध्यमिक में फेल हो गये. इसके बाद वह फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हो गये. साढ़े तीन वर्ष बाद वह एमबीबीएस कोलकाता (एएमसी) की डिग्री लेकर जमकर पिछले 15 वर्षों से प्रैक्टिस कर रहे थे.
इतना ही नहीं शहर के विभिन्न नर्सिंग होम में ऑपरेशन भी करते थे. रंजन के पिता का दावा है कि इसी फर्जी मेडिकल कॉलेज में अध्ययन करने वाले कई चिकित्सक जिला अस्पताल में बड़े पदों में कार्यरत हैं. हालांकि जिला अस्पताल अधीक्षक गौतम मंडल ने इसको लेकर कुछ नहीं कहा है. उल्लेखनीय है कि राज्य भर में फर्जी चिकित्सकों के पर्दाफाश होने का सिलसिला सबसे पहले उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा में हुआ था.