नयी दिल्ली : बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवीआज रेलवे होटल आवंटन भ्रष्टाचार मामले की पीएमएलए जांच के सिलसिले में चौथी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुईं. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि राजद प्रमुख और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने अपनी अनुपस्थिति का कोई कारण दिया है या नहीं और ईडी द्वारा अब क्या कार्रवाई की जायेगी.
यह चौथी बार है जब राबडी ने ईडी सम्मन को नजरअंदाज किया. एजेंसी धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों तथा अन्य के खिलाफ जांच कर रही है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राबड़ी के बेटे तेजस्वी यादव से ईडी ने इस मामले में पिछले सप्ताह करीब नौ घंटे पूछताछ की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उन्हें 12 अक्तूबर को भी पूछताछ के लिए तलब किया गया, लेकिन वह नहीं आये. जुलाई में, सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज करके लालू प्रसाद और अन्य की संपत्तियों पर छापेमारी की थी. सीबीआई की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि लालू ने रेल मंत्री रहते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेम चंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की मालिकाना बेनामी कंपनी के जरिये पटना में मौके के भूखंड के रूप में रिश्वत लेकर दो आईआरसीटीसी होटलों का रखरखाव एक कंपनी को सौंपा था.
ईडी ने सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए के तहत लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों तथा अन्य के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था. उसने इससे पहले सरला गुप्ता सहित अन्य से पूछताछ की थी. सीबीआई ने हाल में इस मामले में तेजस्वी और लालू प्रसाद के बयान भी दर्ज किये थे. सीबीआई प्राथमिकी में अन्य नाम विजय कोच्चर, विनय कोच्चर (दोनों सुजाता होटल्स के निदेशक), डिलाइट मार्केटिंग कंपनी और तत्कालीन आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक पीके गोयल शामिल हैं.
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