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पटना : मूल्यांकन के बाद किताबें मिलनी शुरू

अधूरी आस : कहीं एक तो कहीं दो विषयों की ही मिल रहीं पुस्तकें पटना : राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों को सत्र शुरू होने के छह महीने के बाद किताबें मिलनी तो शुरू तो हो गयी हैं, लेकिन वह भी आधी-अधूरी ही किताबें मिल रही हैं. किसी क्लास के लिए एक या दे […]

अधूरी आस : कहीं एक तो कहीं दो विषयों की ही मिल रहीं पुस्तकें
पटना : राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों को सत्र शुरू होने के छह महीने के बाद किताबें मिलनी तो शुरू तो हो गयी हैं, लेकिन वह भी आधी-अधूरी ही किताबें मिल रही हैं. किसी क्लास के लिए एक या दे ही विषय की किताबें बच्चों को उपलब्ध हो पा रही हैं. कहीं किसी क्लास के लिए सभी किताबें मिल भी रही हैं तो वह भी आधे छात्रों को ही मिल पा रही हैं.
राजधानी के मध्य विद्यालय आशोपुर, प्राथमिक विद्यालय बकरपुर, मध्य विद्यालय सराय, मध्य विद्यालय सरारी समेत कई स्कूलों का यही हाल है. क्लास एक के लिए सिर्फ हिंदी, क्लास दो के लिए सिर्फ हिंदी-अंग्रेजी, क्लास छह से आठ के लिए कहीं गणित, कहीं हिंदी या कहीं अंग्रेजी की किताब मिल सकी है. सभी जिलों में अभी किताबें पहुंची भी नहीं है. राज्य के बाहर के सात पब्लिसर्स को प्रखंड स्तर तक किताबें पहुंचानी हैं, लेकिन किताबें नहीं पहुंच पा रही हैं.शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा का दावा है कि अक्तूबर महीने तक सभी बच्चों को किताबें हाथ में मिल जायेगी.
सेट में नहीं, विषयवार आ रहीं किताबें
प्रखंड में किताब उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. पिछले साल तक किसी क्लास के सभी विषयों की किताबों का सेट तैयार कर स्कूल वार दिया जाता था. इस साल इसमें बदलाव किया गया है. अब प्रखंडों में एक ही विषय का बंडल तैयार कर दिया जा रहा है. वहां से ही सेट बनाना होगा, लेकिन जो किताबें जा रही हैं, वह भी हर विषय की नहीं जा रही है.
यही स्थिति रही तो सत्र पूरा होने तक भी नहीं मिलेंगी किताबें
स्कूली बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने की गति यही रही तो 2017-18 का चल रहे इस सत्र के पूरा होने तक भी सभी बच्चों को सभी किताबें नहीं मिल सकेंगी. कई शिक्षक संगठन और स्कूली शिक्षक इसे महज खानापूर्ति बता रहे हैं. उनका साफ कहना है छमाही मूल्यांकन हो गया. अब किताबें आ रही हैं.एक-एक कर किताबें आ रही है. ऐसे में यह दुविधा होगी कि एक-एक किताब बांटी जाये या फिर बाकी किताबें आने पर दिया जाये.

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