विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार, भारत में वर्ष 2015 में पांच वर्ष की कम उम्र के 1.17 लाख बच्चों की मृत्यु डायरिया जनित बीमारियों के कारण हो गयी. जिसका मुख्य कारण बेहतर स्वच्छता और सफाई का अभाव था. भारत में आज तीन बच्चों में से एक बच्चा कुपोषण के कारण होनेवाले नाटेपन का शिकार है, जिसका कारण प्राय: गंभीर डायरिया की बीमारी है, जो कि बच्चे के खुले में पड़े शौच के संपर्क में आने के कारण होता है.
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इस बार वर्ल्ड हैंड वाश डे पर थीम है हमारा हाथ, हमारा भविष्य साबुन से हाथ धुलाई रोक सकती है बच्चों की मृत्यु
रांची: 15 अक्तूबर को वर्ल्ड हैंड वाश डे मनाया जाता है. यह दिवस पूरी दुनिया में हाथ धुलाई के प्रति लोगों में जागरूकता और समझ बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इसे मनाने का मकसद यह संदेश पहुंचाना है कि कैसे साबुन से हाथ धोने के सरल, प्रभावी और सस्ते उपाय को अपना कर […]
रांची: 15 अक्तूबर को वर्ल्ड हैंड वाश डे मनाया जाता है. यह दिवस पूरी दुनिया में हाथ धुलाई के प्रति लोगों में जागरूकता और समझ बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इसे मनाने का मकसद यह संदेश पहुंचाना है कि कैसे साबुन से हाथ धोने के सरल, प्रभावी और सस्ते उपाय को अपना कर बीमारियों को दूर रखा जा सकता है और जानें बचायी जा सकती हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार, भारत में वर्ष 2015 में पांच वर्ष की कम उम्र के 1.17 लाख बच्चों की मृत्यु डायरिया जनित बीमारियों के कारण हो गयी. जिसका मुख्य कारण बेहतर स्वच्छता और सफाई का अभाव था. भारत में आज तीन बच्चों में से एक बच्चा कुपोषण के कारण होनेवाले नाटेपन का शिकार है, जिसका कारण प्राय: गंभीर डायरिया की बीमारी है, जो कि बच्चे के खुले में पड़े शौच के संपर्क में आने के कारण होता है.
रामगढ़ में समारोह: रामगढ़ के सभी स्कूलों में 14वें वित्त आयोग के कोष का उपयोग कर वाश बेसिन का निर्माण किया गया है. इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पोर्टेबल इकाई भी लगायी गयी है. यह काम पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा किया गया है. रामगढ़ जिला ने ओडीएफ प्लस योजना विकसित की है, जिसका मकसद लोगों को साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित करना हैै. हाथ धुलाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रामगढ़ जिला प्रशासन यूनिसेफ के साथ मिल कर विशेष अभियान की शुरुआत 17 अक्तूबर को करने जा रहा है, जिसमें जिले के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भाग लेंगे. इस दिवस को सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में हाथ धुलाई दिवस के रूप में मनाया जायेगा और हाथ धोने के तरीकों के बारे में बताया जायेगा. इस अवसर पर स्कूलों में लगभग 1.50 लाख बच्चे और आंगनबाड़ी केंद्रों मेें 30 हजार बच्चे एक साथ हाथ धुलाई करेंगे.
वर्ल्ड हैंड वाश डे आज
यूनिसेफ झारखंड की प्रमुख, डॉ मधुलिका जोनाथन का कहना है कि इस वर्ष के विश्व हाथ धुलाई दिवस की थीम ‘हमारा हाथ, हमारा भविष्य’ है. यह स्वच्छता और सफाई को अपनाने के एजेंडे को आगे बढ़ाने की जरूरत को रेखांकित कर रहा है. रामगढ़ की उपायुक्त, राजेश्वरी बी का कहना है कि रामगढ़ पहला जिला है, जहां ग्रामीण क्षेत्रों के सभी 700 सरकारी स्कूलों में हाथ धुलाई इकाई के निर्माण को सुनिश्चित किया गया है. हम शहरी क्षेत्र में बचे हुए 40 सरकारी स्कूलों में भी इस सुविधा को सुनिश्चित करेंगे. प्राइवेट स्कूलों को भी शौचालय और हाथ धुलाई सुविधा को सुनिश्चित करने के इस मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करती हूं.
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