दार्जीलिंग: दार्जीलिंग के पास के वन क्षेत्रों में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के प्रमुख बिमल गुरूंग को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा चलाया जा रहा अभियान लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा.शुक्रवारको तलाशी अभियान के दौरान गुरूंग के कथित समर्थकों ने पुलिस पर गोलीबारी की थी, जिसमें एक उप-निरीक्षक की मौत हो गयी और चार पुलिसकर्मी घायल होगये थे.
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जीजेएम की ओर से दावा किया गया कि पुलिस की गोलीबारी में उसके भी तीन समर्थक मारे गये. हालांकि, पुलिस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नेशनिवारको बताया कि पहाड़ियों में स्थिति सामान्य है और यातायात भी सुचारु रूप से चल रहा है. गुरूंग अगस्त महीने से ही लापता हैं.
अगस्त में पश्चिम बंगाल सरकार ने दार्जीलिंग और उससे सटे इलाकों में कई बम धमाकों में कथित संलिप्तता के चलते उनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधक) अधिनियम के तहत मामला दर्ज करवाया था. पहाड़ी क्षेत्र में 104 दिनका अनिश्चितकालीन बंद खत्म होने के बाद शुक्रवार को पहली बार हिंसा हुई थी.
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केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अपील के बाद 26 सितंबर को गुरूंग ने यह बंद वापस लिया था. जीजेएम, भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सहयोगी पार्टी है.