केंद्र सरकार की पहल पर पेट्रोल और डीजल की कीमत दो रुपये तक कम हुई है. लोगों को कुछ राहत तो दी गयी. पिछले दो – तीन सालों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के मूल्य में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है.
फिर भी अपने यहां हर महीने तेल का मूल्य बढ़ता ही जा रहा है. जब से तेल कंपनियां तेल के मूल्य तय करने लगी हैं, एक महीने में 4-5 रुपये तक तेल के दाम बढ़ गये हैं.
अभी हाल ही में गुजरात और महाराष्ट्र सरकार ने भी अपने यहां टैक्स में कटौती कर आम जनता को राहत पहुंचायी है. ऐसे में झारखंड सरकार से भी उम्मीद है कि वह भी अपनी गरीब जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए तेल पर लगने वाले राज्य सरकार के टैक्स को कम करेगी.
पालुराम हेंब्रम, सालगाझरी, इमेल से