रांची : गुड़गांव से गिरफ्तार अखिलेश सिंह पर कई बड़े आपराधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है. जमानत पर छूटने के बाद फरार होने से पहले उसने कई बड़े अपराध किये. इसमें श्रीलेदर्स के मालिक आशीष डे की हत्या भी शामिल है. पुलिसइंस्पेक्टर अभयसिंह पर गोली चलानेवालेइस गैंगस्टरने पूर्व जज आरपी रवि पर भी फायरिंग करने से गुरेजनहीं किया.
जमशेदपुर का यह गैंगस्टर अपने खिलाफ आवाज उठानेवालों को डराने-धमकाने और उसकी आवाज बंद करने के लिए उसके घर पर फायरिंग करवाता था. वर्ष 2007 में श्रीलेदर के मालिक आशीष डे की हत्या करने के बाद उसने वर्ष 2008 में उनके घर पर गोली चलवायी थी, ताकि परिवार के लोग डर जायें और उसके खिलाफ चल रहा मामला कमजोर पड़ जाये.
मोस्ट वांटेड अखिलेश सिंह पर जमशेदपुर में 52 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. महज एक साल में उसने करीब एक दर्जन से अधिक आपराधिक वारदात को अंजाम दिया. इसमें से प्रमुख वारदातों की सूची इस प्रकार है :
- नवंबर, 2007: साकची आम बागान के पास श्रीलेदर्स के मालिक आशीष डे की हत्या
- मार्च, 2008: साकची में पूर्व जज आरपी रवि पर फायरिंग
- मार्च, 2008 : साकची में रवि चौरसिया पर फायरिंग की
- मई, 2008 : साकची में श्रीलेदर्स के मालिक आशीष डे के घर पर फायरिंग
- जुलाई,2008 : बिष्टुपुर में कांग्रेस नेता नट्टू झा के कार्यालय पर अखिलेश के गुर्गों ने गोली चलायी
- अगस्त, 2008: बर्मामाइंस में अपराधी परमजीत सिंह के भाई सत्येंद्र सिंह की ससुराल में फायरिंग
- अगस्त, 2008: साकची में ठेकेदार रंजीत सिंह पर फायरिंग
- सितंबर, 2008: एमजीएम अस्पताल मोड़ पर परमजीत सिंह पर फायरिंग
- अक्तूबर, 2008 : बिष्टुपुर में बाॅग-ए-जमशेद के पास टाटा स्टील के सुरक्षा अधिकारी जयराम सिंह की हत्या
- 2008 : बिष्टुपुर में कीनन स्टेडियम के पास ट्रांसपोर्टर अशोक शर्मा की हत्या