पहल. समाज में शांति, अमन और सौहार्द बनाने का संकल्प
Advertisement
डीएम आज पढ़ेंगे गांधीजी के विचारों वाला फोल्डर
पहल. समाज में शांति, अमन और सौहार्द बनाने का संकल्प गोपालगंज : महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप समाज बनाने का प्रयास सरकार के स्तर पर शुरू किया गया है. इसके तहत साक्षरता कर्मी घर-घर जाकर गांधीजी के विचारों से लोगों को अवगत करायेंगे. समाज में आपसी सौहार्द, शांति, अमन और भाईचारा बना रहे व […]
गोपालगंज : महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप समाज बनाने का प्रयास सरकार के स्तर पर शुरू किया गया है. इसके तहत साक्षरता कर्मी घर-घर जाकर गांधीजी के विचारों से लोगों को अवगत करायेंगे.
समाज में आपसी सौहार्द, शांति, अमन और भाईचारा बना रहे व दहेज और बाल विवाह उन्मूलन को लेकर लोगों को जागरूक करेंगे. गांधीजी के विचारों वाले फोल्डर को बुधवार को डीएम पढ़ कर साक्षरता कर्मियों को संकल्प दिलायेंगे. इसके लिए नगर पर्षद के भवन में एक समारोह का आयोजन किया गया है जिसमें जन शिक्षा निदेशालय के तहत भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जिले भर के लगभग एक हजार साक्षरता कर्मी शामिल होंगे. गांधी सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के रूप में मनाये जा रहे इस कार्यक्रम में डीएम 1917 में महात्मा गांधी की चंपारण यात्रा पर विस्तार से परिचर्चा करेंगे.
वर्ग तीन से 12 के छात्रों के लिए पुस्तक जारी : महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर सरकार ने उनके संदेश की दो अलग-अलग किताबें तैयार की हैं, जो 11 अक्तूबर से डीएम के उद्घाटन के साथ ही स्कूलों में हेडमास्टर पहले दिन पुस्तक की एक कहानी को पढ़ कर छात्रों को सुनायेंगे. उसके बाद प्रत्येक दिन एक छात्र एक कहानी पढ़ेंगे. वर्ग तीन से आठ तक के लिए अलग पुस्तक तथा वर्ग नौ से 12 तक के लिए अलग पुस्तक सरकार ने उपलब्ध करायी है. एसआरजी सुनील द्विवेदी की मानें, तो साक्षरता से जुड़े कर्मी पुस्तक च से चंपारण तथा दूसरी किताब एक कहानी नीति से नेता बनते हैं हाईस्कूलों में पढ़ी जायेगी. ये दोनों फोल्डर प्रत्येक स्कूल में दो-दो प्रति में उपलब्ध करा दिये गये हैं.
घर-घर पहुंचेंगे महात्मा गांधी के विचार
मुझे बिहार सरकार ने सौ वर्षों के बाद बुलाया है : महात्मा गांधी पर सरकार की तरफ से जारी किये गये फोल्डर में महात्मा गांधी ने कहा है कि मुझे सौ वर्षों के बाद बिहार सरकार ने बुलाया है. बिहार के प्रेम, त्याग, स्नेह, समर्पण और प्यार को देख कर पुन: आप के बीच आने का मन किया है. इस तरह के संवाद के साथ 18 संदेश शामिल किये गये हैं.
साक्षरता कर्मियों को मिलेंगे झोला और प्रोत्साहन राशि
गांधीजी के विचारों को घर-घर पहुंचाने वाले साक्षरता कर्मियों को खादी से 110 रुपये का झोला व नकद राशि दी जायेगी, जिसमें फोल्डर रख कर साक्षरताकर्मी घर-घर पहुचेंगे. अभियान की समाप्ति के पश्चात उन्हें पांच-पांच सौ रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement