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शराब ने भटकाया हथियार से ध्यान
बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध हथियार का निर्माण, जारी है तस्करी मुंगेर : मुंगेर अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है और यहां के हथियारों का डिमांड काफी है. जब भी पुलिस की कार्रवाई होती है. तब यहां हथियारों का जखीरा बरामद होता है. लेकिन जब से बिहार में […]
बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध हथियार का निर्माण, जारी है तस्करी
मुंगेर : मुंगेर अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है और यहां के हथियारों का डिमांड काफी है. जब भी पुलिस की कार्रवाई होती है.
तब यहां हथियारों का जखीरा बरामद होता है. लेकिन जब से बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुआ है. तब से मुंगेर पुलिस का ध्यान शराब निर्माण, भंडारण, बिक्री एवं तस्करी को रोकने पर लगा हुआ है. जिसके कारण अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी का धंधा एक बार फिर से यहां फलने-फूलने लगा है. वैसे कासिम बाजार एवं मुफस्सिल थाना पुलिस ने हाल के दिनों में छापेमारी कर जहां मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन किया है. वहीं अवैध हथियार भी बरामद की है.
शराब और हथियार में उलझ गयी मुंगेर पुलिस : मुंगेर पुलिस के लिए हथियार निर्माण एवं तस्करी एक बड़ी चुनौती थी. जिसके कारण मुंगेर पुलिस का अधिकांश पावर इस अवैध कारोबार को रोकने में लगता था. मुंगेर पुलिस को उपलब्धि भी काफी मिलती रही है.
एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में यहां हथियार पकड़ाते रहे हैं. लेकिन बिहार में शराब बंदी के बाद पुलिस की शक्ति बंट गयी. सरकार ने सीधे तौर पर निर्देश दिया कि शराब के मामले में थोड़ी सी भी ढिलाई बरती तो निलंबन से कार्रवाई प्रारंभ होगा. जिस थाना क्षेत्र में शराब बेचने की शिकायत मिलेगी वहां के थानेदार नपेंगे. जिसके कारण शराब और हथियार में मुंगेर पुलिस उलझ गयी.
अपनी थानेदारी और नौकरी को सुरक्षित रखने के लिए सारा ध्यान पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने शराब के अवैध कारोबार को रोकने में लगा दिया. जो कल तक हथियार की सूचना पुलिस को दे रहे थे वे आज शराब की सूचना दे रहे हैं. शराबबंदी के पूर्व के वर्षों में अवैध हथियार जितना पकड़ाया और लोग गिरफ्तार हुए उसकी तुलना में शराबबंदी के बाद के वर्ष में काफी गिरफ्तारी व हथियार की बरामदगी काफी कम हो गयी है.
कहते हैं पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि पुलिस अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी तथा शराब कारोबार के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है. सभी थानाध्यक्षों को भी विशेष छापेमारी का निर्देश दिया गया है.
शराबबंदी के बाद हथियार निर्माण एवं तस्करी का धंधा चरम पर पहुंच गया है. मुफस्सिल थाना पुलिस ने जहां सदर ब्लॉक मोड़ पर एक हथियार तस्कर को 8 पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया. जबकि नाव से गंगापार कर मुफस्सिल पुलिस ने हेरूदियारा क्षेत्र में छापेमारी कर मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन किया और भारी मात्रा में अर्धनिर्मित हथियार व उपकरण बरामद किया गया. इतनी सफल छापेमारी काफी अरसे बाद हुई थी.
लेकिन शराबबंदी के बाद छापेमारी अभियान भी धीमी पड़ गयी है. बताया जाता है कि दियारा क्षेत्र में इन दिनों बड़े पैमाने पर हथियार का निर्माण किया जा रहा है. सुबह होते ही कारीगर नाव से गंगापार कर जाते है और दिन भर हथियार बना कर शाम में वापस हो जाते हैं.
मुफस्सिल, कासिम बाजार, वासुदेवपुर, असरगंज, सफियासराय एवं नयारामनगर थाना क्षेत्र में जहां अवैध हथियार निर्माण का धंधा जोरों पर है. वहीं तस्करी का धंधा भी काफी फलने-फूलने लगा है.
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