रांची : जनता दल यूनाइटेड(जदयू) विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में पार्टी के ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटरपुलिस की गिरफ्त में है. वर्ष 2009 में तमाड़ विधानसभा के उपचुनाव में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को मात देकर वह सुर्खियों में आया था.
मूलत: पातर जनजाति से आनेवाले राजा पीटर का जन्म जमशेदपुर में हुआ. यहीं से पढ़ाई-लिखाई की. टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (टिस्को) में वर्षों तक नौकरी की. इसी दौरानउसकी पत्नी की हत्या हो गयी. पत्नी की हत्या से आहत गोपाल ने टिस्को की नौकरीछोड़ दी. उसने कानून को अपने हाथ में ले लियाऔर अपराधकीदुनियामेंपहुंचगया.
झारखंड : विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या में पूर्व मंत्री राजा पीटर और एएसआइ शेषनाथ गिरफ्तार
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, उस पर एक स्थानीय झामुमो नेता चंद्रशेखर शर्माऔर एकअन्य बदमाश सरकार गोप की हत्या का मामला दर्ज है. बताते हैं कि अपराध जगत में कदम रखने के कुछ ही दिनों बाद सीधा-सादा गोपाल कृष्ण पातरडॉन पीटर चार्ल्स के रूप में चर्चित हो गया.
कानून हाथ में लेने कीउसे सजा मिली. 12 वर्ष जेल मेंबितानेपड़े. वर्ष 2000 में जेल से जमानत लेकर तमाड़ से विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा लिये नामांकन दाखिल करने खूंटी अनुमंडल कार्यालय पहुंचा. लेकिन, किस्मत ने दगा दियाऔरसमय से पहले वह परचा दाखिल न कर सका.
राजा पीटर के इस्तीफे के बाद जलेश्वर झारखंड जदयू के अध्यक्ष
वर्ष 2001 में तमाड़ के बवईकुंडी में एक आश्रम बनाकर वहीं बस गया. राजनीति में कदम जमाने के लिए उसने जनसेवा को अपना हथियार बनाया. उसकी यह कोशिश रंग लायी और सुदूर गांवों और जंगलों में उसकी पैठ बन गयी. गरीबों की थोड़ी-सी मददकरकेजमशेदपुर का अपराधीऔर गुमनाम राजनेता शिबूसोरेन कोउपचुनाव में हराकर नेशनल मीडिया में चर्चित हुआ.
झामुमो की नजर राजा पीटर व सुधा पर टिकी
वर्ष 2005 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उसने चुनाव लड़ा. जदयू विधायक रमेश सिंह मुंडा से हार गया, लेकिन उसका प्रदर्शन काफी बेहतर था. वह दूसरे स्थान पर रहा. इस बीच, संजीवनी ग्राम ट्रस्ट की सचिव आरती कुमारी से उसकी मुलाकात हुई. दोनों के बीच मित्रता हुई और बाद में दोनों ने शादी कर ली. आरती और राजा पीटर की एक बेटी भी है. पहली पत्नी से भी राजा पीटर की एक बेटी है.