13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

निगम को स्वच्छता मामले में देनी होगी अग्निपरीक्षा

दरभंगा : नगर निगम को राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में पास करने के लिये अग्नि परीक्षा देनी होगी. बेहतर अंक लाने के लिए निगम को काफी काम करना होगा. उस क्षेत्र में अधिक ध्यान देना होगा जहां से अधिक नंबर मिले. नगर क्षेत्र में निगम द्वारा किये जा रहे सफाई व अन्य कार्यों की तीन […]

दरभंगा : नगर निगम को राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में पास करने के लिये अग्नि परीक्षा देनी होगी. बेहतर अंक लाने के लिए निगम को काफी काम करना होगा. उस क्षेत्र में अधिक ध्यान देना होगा जहां से अधिक नंबर मिले. नगर क्षेत्र में निगम द्वारा किये जा रहे सफाई व अन्य कार्यों की तीन स्तर पर जांच किये जाने के बाद ही अंक निर्धारण होगा. स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर अंक हासिल कर पास होने के लिये चार हजार में 14 सौ अंक लाना अनिवार्य है.

अंक निर्धारण किये जाने के दौरान सूखा व गीला कचरा निस्तारण कार्य, खुले में शौचमुक्त, कमजोर वर्ग के बीच योजनाओं की स्थिति, निगम कर्मचारियों का आमजन के साथ व्यवहार आदि का अंक निर्धारण टीम आकलन करेगी. नगर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने को ले निगम को पिछली कमी को दूर करना होगा.
इसके लिये निगम प्रशासन के पास समय भी है और मौका भी. निगम के इतिहास में पहली आर उसके पास अपना डंपिग ग्राउंड भी है. बीते वर्ष भारतीय शहरी विकास मंत्रालय के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन 2017 के तहत चार सौ लोगों की टीम से पांच सौ शहरों में कराया गया था. सर्वेक्षण में दरभंगा नगर निगम 654.29 अंक प्राप्त कर देश में 356वां रैंक ही हासिल कर पाया था.
आम आदमी के साथ निगमकर्मियों के व्यवहार पर भी अंक
छह कार्यों के लिए
अलग-अलग अंक
स्वच्छ भारत मिशन के तहत निगम के कार्यों के सर्वेक्षण के लिये छह कार्य की जांच की जायेगी. सभी कार्यों का अलग-अलग अंक प्रतिशत निर्धारित है. इसमें निगम कर्मियों व अधिकारियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति व व्यवहार परिवर्तन के लिए पांच प्रतिशत, वाहनों में लगे जीपीएस के लिए पांच प्रतिशत, निगम के द्वारा घरों में दिये गये डस्टबीन के लिए पांच, सूखा कचरे का संग्रहण व परिवहन के लिये 30, नगर क्षेत्र में स्वच्छता को ले 30 एवं उपचार व प्रसंस्करण के लिये 25 प्रतिशत अंक निर्धारित किया गया है.
ठोस कचरा प्रबंधन आदि की समस्या है. कोशिश की जा रही है कि दिसंबर तक कुछ वार्डों को ओडीएफ घोषित कर दिया जाये. बेहतर अंक प्राप्त हो, इस दिशा में निगम हर प्रयास कर रहा है.
नरोत्तम कुमार साम्राज्य, नगर निगम प्रबंधक
काम के प्रतिशत के आधार पर मिलेगा अंक
चार हजार अंक में कम से कम 14 सौ अंक लाना जरूरी है. निगम द्वारा किये गये कामों के प्रतिशत के आधार पर अंक मिलेगा. किये गये छह कार्यों पर भी अंक निर्धारित है. संग्रहण, परिवहन के लिए 13 प्रश्नों में 420 अंक, प्रसंस्करण एवं निस्पादन में आठ प्रश्नों के लिये 350 अंक, स्वच्छता में नगर को घोषित किये गये ओडीएफ के लिए 11 प्रश्नों के 420 अंक, बायोमेट्रिक व व्यवहार परिवर्त्तन के सात प्रश्नों के लिए 70 अंक, क्षमता निर्माण को ले सात प्रश्नों के 70 अंक एवं अभिनव पहल, सर्वश्रेष्ठ अभ्यास के सात प्रश्नों के लिए 70 अंक रखा गया है.
चार जनवरी से 28 फरवरी तक होगा मूल्यांकन
राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम तीन स्तर पर जांच कार्य चार जनवरी से शुरू करेगी. 28 फरवरी तक यह सर्वेक्षण कार्य चलेगा. निगम द्वारा किये गये कार्य तथा इस बाबत दिये गये प्रतिवेदन का मिलान किया जायेगा. टीम मिले कागजात का मूल्याकंन तीन माह पीछे तक करेगी. धरातल पर जांच होने के कारण हवाबाजी नहीं चलेगी. इसके लिए धरातल पर ही काम भी करना होगा. नागरिकों से भी निगम के कामकाज का फीडबैक लिया जायेगा. इस पर भी अंक निर्धारित है. निगम द्वारा दिये गये प्रतिवेदन पर 35 फीसदी, प्रत्यक्ष जांच पर 25 एवं जनता के फीडबैक पर 40 प्रतिशत अंक निर्धारित है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें