सहरसा : सोनवर्षाराज में एक प्रसूता द्वारा स्थानीय थाने के सामने ही सड़क के किनारे बच्चे को जन्म दिया जाना स्वास्थ्य सेवा में सुधार के दावे की पोल रही है. प्रसव के लिए प्रसूता पैदल ही अस्पताल जा रही थी. उसके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह वाहन की व्यवस्था कर सके.
जानकारी के मुताबिक, साहपुर पंचायत के हरिपुर गांव निवासी मो जफरूल की 30 वर्षीय बेगम शहजादी खातून को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. घर में पति सहित अन्य पुरुष के न होने तथा पैसे के अभाव में सवारी वाहन की व्यवस्था नहीं होने के कारण परिजन के साथ प्रसूता शहजादी खातून पैदल ही पीएचसी की ओर निकल पड़ी. लेकिन, स्थानीय थाने के पास पहुंचते ही असहनीय प्रसव पीड़ा ने उसे सड़क के किनारे बैठने को मजबूर कर दिया.
आने-जानेवाले राहगीरों द्वारा स्थानीय पीएचसी को एंबुलेन्स भेजने के लिए दूरभाष से सूचना दी गयी. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंबुलेन्स समय पर उपलब्ध नहीं कराया जा सका. एंबुलेन्स के आने में विलंब होता देख राहगीरों द्वारा सड़क के किनारे ही कपड़ा घेर कर प्रसूता का प्रसव सड़क किनारे कराया गया. प्रसव के बाद राहगीरों ने किराये पर ऑटो लेकर पीड़ित महिला को स्थानीय पीएचसी तक पहुंचाया.