छत्तरगाछ : प्रखंड क्षेत्र में चारों तरफ दुर्गा पूजा को लेकर श्रद्धा का माहौल देखने को मिल रही है़ मां दुर्गा की दर्शन के लिए उत्सुक श्रद्धालुओं का इंतजार भी शनिवार को मंदिर के पट खुलते के साथ समाप्त हो गया़ इसी कड़ी के तहत प्रखंड अंतर्गत कस्बाकलियागंज पंचायत स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर का अद्भुत इतिहास जुड़ा है़ यह मंदिर महानंदा नदी के किनारे अवस्थित है़ सार्वजनिक दुर्गा मंदिर कस्बा कलियागंज में पिछले 84 वर्षों से दुर्गा पूजा मनायी जाती है़ स्थानीय लोगों के मुताबिक इस मंदिर में जो भी सच्चे मन से पूजा अर्चना कर मन्नते मांगते है मां दुर्गा उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करती है़
इसलिए इस मंदिर के प्रति लोगों का आस्था जुड़ा हुआ है़ स्थानीय निवासी मिथिलेश मिश्रा कहते है कि सार्वजनिक दुर्गा मंदिर का निर्माण हमारे पूर्वज 1932 में मध्य विद्यालय कलियागंज के समीप किया था़ परंतु महानंदा नदी के अनवरत कटाव के कारण मंदिर नदी में विलीन हो गया था़ उसके बाद 1972 में फिर मंदिर का निर्माण किया गया जहां पर वर्तमान में मंदिर स्थापित है़ उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा में गांव का व्यक्ति चाहे देश का किसी भी कोने में रहता हो लेकिन दुर्गा पूजा में गांव आने से रोक नहीं पाता है़ घर आते ही मंदिर में माथा टेकना नहीं भूलता है़ ग्रामीणों ने बताया कि यहां शारदीय नवरात्र में तैयबपुर के अलावे दूर दूर से भी भक्त मां के दरबार में हाजिरी देने पहुंचते है़ं इस मंदिर का इतिहास पुराना है़