बक्सर : गत दिनों महिला की मौत के बाद उपजे आक्रोश को दबाने के लिए पुलिस ने जानबूझ कर आंदोलन के कार्यकर्ताओं को फंसाया. अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए आंदोलन के कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने के लिए कोशिश की जा रही है. उक्त बातें प्रेसवार्ता के दौरान आंदोलन के संयोजक संदीप ठाकुर ने कहीं. उन्होंने कहा कि आंदोलन हमेशा से बक्सर के लोगों के लिए जनहित से जुड़े मुद्दे को उठाता रहा है. 19 सितंबर को भी इंसाफ की खातिर प्रशासन पर डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी,
जिसके बाद पुलिस ने बर्बता पूर्वक पीटते हुए विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया, जो कहीं से न्यायसंगत नहीं है. इसके साथ ही महिला का दुबारा पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया. इसकी जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हों उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.आंदोलन के कार्यकर्ता जनहित से जुड़े मुद्दों को आगे भी उठाते रहेंगे. प्रेसवार्ता में पवन उपाध्याय, अजय मिश्रा, नंदन तिवारी, विकास राय, विवेक केसरी, रवि ओझा, विक्की चौधरी सहित कई लोग थे.