उक्त राशि गर्भवती माताएं अपनी देखरेख, दवा और खानपान के उपयोग पर खर्च करेंगी. इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी गुमला बसंती ग्लादीस बाड़ा ने निदेशक को बताया कि योजना के लिए सर्वेक्षण का काम हो चुका है.
सूची तैयार करने के बाद रिपोर्ट जमा की जायेगी. वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा किये गये पारिवारिक सर्वेक्षण की समीक्षा करते हुए निदेशक ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा जो पारिवारिक सर्वेक्षण किया गया है, उसकी ऑनलाइन इंट्री हो चुकी है. लेकिन इंट्री में कई त्रुटियां हैं, जिसे सुधार करने की जरूरत है. निदेशक ने यह भी कहा कि पूर्व में किये गये सर्वेक्षण में कई परिवारों का सर्वेक्षण नहीं हुआ है. उनका सर्वेक्षण कर एक अक्तूबर से ऑनलाइन इंट्री करनी है. आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर सफाई अभियान भी चलाने का निर्देश दिया. वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिले से जिला समाज कल्याण पदाधिकारी बसंती ग्लादीस बाड़ा सहित विभिन्न प्रखंडों के सीडीपीओ उपस्थित थीं.