मसौढ़ी : सरकारी जमीन पर वर्षों से मकान बना कर गुजर-बसर कर रहे गरीब परिवार को उक्त जमीन से सीओ द्वारा बेदखल करने की कार्रवाई ने परिवार के एक सदस्य की जान ले ली. इस घटना से दुखी कमलेश कुमार की पत्नी 32 वर्षीया गीता देवी ने रविवार की शाम अपने घर में फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली. घटना धनरूआ थाना की छाती पंचायत के असरापुर गांव की है.
मजदूर कमलेश कुमार व उसके भाई रंधीर कुमार बीते कई वर्षों से सरकारी जमीन पर दो कमरे बना कर रह रहे थे. इधर, बाद में गांव की ही एक महिला कमोदा देवी ने लोक शिकायत निवारण केंद्र में इसकी लिखित शिकायत कर दी. इसके बाद धनरूआ सीओ कुमारी अनुकंपा को इस मामले की जांच कर उक्त जमीन से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया. सीओ ने जांच में आरोप को सत्य पाया व 22 सितंबर को कमलेश व उसके भाई रंधीर के मकान के कुछ हिस्से को तोड़ दिया.
इस दौरान कमलेश की पत्नी गीता देवी सीओ व अन्य पदाधिकारियों के आगे मकान न तोड़ने की फरियाद लगाती रही, गीता ने सीओ को उस वक्त यह भी बताया था कि उसकी शिकायत करनेवाली महिला कमोदा देवी भी सरकारी जमीन में ही मकान बना कर रह रहीहै. गांव के अन्य लोगों ने भी सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर रखा है . गीता अपनी गरीबी की दुहाई दे सीओ से मिन्नतें मांगती रही.
लेकिन, जब उसकी पीड़ा को किसी ने नहीं सुनी, तो उसने रविवार की शाम रस्सी का फंदा बना कर खुदकुशी कर ली. सीओ कुमारी अनुकंपा ने बताया कि गीता की खुदकुशी कर लेने की जानकारी उन्हें नहीं मिली है. गीता द्वारा गैरमजरूआ जमीन पर मकान बनाने की शिकायत मिली थी . जांच में आरोप को सत्य पाया गया व उक्त जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गयी थी .
सीओ ने यह भी बताया कि गीता व ग्रामीणों के अनुरोध पर उन्होंने शिकायतकर्ता कमोदा देवी से आपसी समझौता कर लेने की सलाह दी थी. इधर एसडीओ संजय कुमार ने बताया कि घटना दुखद है. इस मामले की जानकारी उन्हें नहीं है. सीओ से इस संबंध में रिपोर्ट मांगेंगे, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.