बोकारो : कसमार व पेटरवार प्रखंड के 25 मजदूर केरल से मुक्त होने के बाद शुक्रवार को बोकारो डीसी राय महिमापत रे से मिले. उन्होंने दलाल व अन्य पर कार्रवाई करने की गुहार लगायी.
कहा : गिरिडीह के राजधनवार निवासी मो सरफुद्दीन रहने वाले दलाल आठ अगस्त को उन्हें अच्छा काम, अच्छी कमाई का सब्जबाग दिखाकर केरल के एर्नाकुलम स्थित कोच्चि ले गया था. वहां रांची के विश्राम कंस्ट्रक्शन के मनीष कुमार के माध्यम से टाटा प्रोजेक्ट के बिल्डिंग स्मार्ट सिटी में काम पर लगाया गया था. वहां उन्हें आधा पेट भोजन देकर जानवरों जैसा काम लिया जाने लगा. इतने दिनों में एक पैसा भी नहीं मिला, सभी मजदूर घर वापस आने के लिए छटपटाने लगे, लेकिन कोई रास्ता नहीं मिल रहा था. पैसा मांगने पर दलाल द्वारा यह कहा जाता था कि कंपनी से पैसा मिलने पर दिया जायेगा. मजदूरों के अनुसार, उन सभी को बंधक बनाकर रखा गया था.
पेटरवार थाना में शिकायत : पेटरवार के चांपी निवासी पवन कुमार घांसी ने पेटरवार थाना में गिरिडीह के राजधनवार निवासी मो सरफुद्दीन व रांची के विश्राम कंस्ट्रक्शन के मनीष कुमार पर धोखाधड़ी कर बंधक बनाने आरोप लगाते हुए शिकायत की है. उक्त शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने की कवायद चल रही है. जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष लक्ष्मण नायक की पहल पर डीसी राय महिमापत रे ने केरल सरकार से संपर्क कर मजदूरों को मुक्त कराया था. इन मजदूरों में कसमार प्रखंड अंतर्गत मायापुर निवासी अमित कुमार घांसी, समरेश सिंह, अशोक घांसी, नरेश कुमार सिंह, राजू कुमार, परमेश्वर घांसी, छोटन सिंह व पेटरवार प्रखंड के चांपी निवासी देवनारायण यादव, छोटन साव, विजय सिंह, पवन घांसी, तुलसी घांसी, सरोज घांसी, संतोष घांसी, सुरेश घांसी, भोला घांसी, शनि रतन घांसी, राहुल घांसी, बिंदु तुरी, राजेश तुरी, दिलीप तुरी, नरेश घांसी महेंद्र घांसी आदि शामिल हैं.