कार्य योजना : बाढ़ से ग्रामीण कार्य विभाग ने लिया सबक
पटना : पिछले महीने सूबे के डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों में आयी अप्रत्याशित बाढ़ से ग्रामीण सड़कों व पुल-पुलियों को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा है. इसे दुरुस्त करने पर ग्रामीण कार्य विभाग को दो हजार करोड़ खर्च करना होगा. इस अप्रत्याशित बाढ़ से सैकड़ों जगहों पर सड़कें कट गयीं. पुल- पुलिया क्षतिग्रस्त हो गये. विभाग ने इससे सबक लेते हुए 170 नये जगहों पर पुल बनाने का निर्णय लिया है.
इन नये पुलों के निर्माण पर 843 करोड़ खर्च आयेगा. सभी क्षतिग्रस्त पुल- पुलियों को भी दुरुस्त किया जायेगा. राज्य के बाढ़प्रभावित सभी 19 जिलों में बाढ़ का पानी उतर गया है. पूरी तरह से पानी उतरने के बाद ग्रामीण कार्य विभाग ने नुकसान का अंतिम आकलन कर लिया है. करीब 4200 किलोमीटर सड़कें बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गयी हैं.
विभाग को इन सड़कों के निर्माण पर 984 करोड़ खर्च आयेगा. विभाग अब सड़क, पुल और पुलियों के जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर बनाना शुरू कर दिया है. विभागीय सूत्रों के अनुसार इस महीने के अंंत तक सभी अभियंता से डीपीआर मांगी गयी है.
भविष्य में बाढ़ से सड़कों को कम नुकसान पहुंचे इसके लिए विभाग 170 नये जगहों पर पुल बनायेगा. नये पुलों के निर्माण पर 843 करोड़ 20 लाख का खर्च आयेगा. बाढ़ के कारण 51 पुल, 484 पुलिया क्षतिग्रस्त हो गयी. 45 जगहों पर पुलों का पहुंच पथ क्षतिग्रस्त हो गया. ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने बताया कि जल्द ही नये पुलों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी. नये पुल उन स्थानों पर बनेंगे जहां पर बाढ़ के कारण सड़कें कट गयी हैं.