नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का नाम बीसीसीआई ने देश के तीसरे सर्वोच्च सम्मान पद्म भूषण के लिए नामित किया है. क्रिकेट के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए बीसीसीआई ने उनका नाम आगे किया है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष बोर्ड ने सिर्फ एक नाम पद्म पुरस्कार के लिए भेजा है. बोर्ड ने सर्वसहमति से भारतीय क्रिकेट के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक धौनी का नाम इस पुरस्कार के लिए चुना है.
उन्होंने बताया कि महेंद्र सिंह धौनी को नामित किये जाने में किसी को कोई शंका नहीं दी और सभी ने सहमति से यह निर्णय किया. धौनी की क्षमता और उनकी साख पर किसी ने कोई सवाल खड़े नहीं किये.
पांच या छह जनवरी से शुरू होगा भारतीय क्रिकेट टीम का दक्षिण अफ्रीका दौरा
धौनी ने भारत को वर्ष 2011 में विश्व चैंपियन बनाया था, साथ ही वर्ष 2007 में उन्होंने देश को टी-20 फार्मेट का विश्व चैंपियन भी बनाया था. उन्होंने अपने कैरियर में लगभग 10 हजार रन बनाये हैं और 90 टेस्ट मैच खेला है. उनसे बेहतर कोई हो ही नहीं सकता था. बीसीसीआई के अधिकारी ने उक्त बातें नाम ना छापने की शर्त पर बताया.
इस वर्ष बीसीसीआई पद्म पुरस्कार के लिए और किसी का नाम नहीं भेज रहा है. 36 वर्षीय महेंद्र सिंह धौनी ने एकदिवसीय क्रिकेट में 9737 रन 302 मैच में बनाये हैं, जबकि 90 टेस्ट में उन्होंने 4876 रन बनाये हैं. टी-20 फार्मेट में धौनी ने 1212 रन 78 मैच में बनाये हैं. धौनी के खाते में 16 शतक हैं, जिनमें से छह उन्होंने टेस्ट में बनाये जबकि 10 एकदिवसीय मैच में बनाये हैं.
धौनी भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बैट्समैन हैं और उन्होंने हाल ही में 100 स्टंप करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है, जबकि 584 कैच लेने का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज है.
धौनी ने देश के लिए जो योगदान दिया है उसके लिए उन्हें अर्जुन पुस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और 2009 में पद्मश्री मिल चुका है. अगर उन्हें पद्मभूषण मिल जाता है तो वे 11 क्रिकेटर होंगे, जिन्हें पद्म भूषण मिलेगा.
उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, कपिल देव, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़, चंदू बोर्डे, डीबी देवधर, सीके नायडू और लाला अमरनाथ को भी पद्म भूषण मिल चुका है.