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दार्जिलिंग : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा में श्रमिक संगठन तक पहुंचा विभाजन
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के विमल गुरुंग गुट और विनय तमांग गुट के बीच विभाजन बढ़ता ही जा रहा है. शनिवार को विमल गुट की ओर से युवा मोर्चा के नेता प्रकाश गुरुंग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विनय तमांग व अनित थापा पर राज्य सरकार का पिट्ठू होने […]
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के विमल गुरुंग गुट और विनय तमांग गुट के बीच विभाजन बढ़ता ही जा रहा है. शनिवार को विमल गुट की ओर से युवा मोर्चा के नेता प्रकाश गुरुंग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विनय तमांग व अनित थापा पर राज्य सरकार का पिट्ठू होने और सरकार से पैसे खाने का आरोप लगाया.
दूसरी तरफ विनय तमांग ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में यह दिखाने का प्रयास किया कि राज्य सरकार पर उनका अच्छा प्रभाव है. उन्होंने दावा किया कि गोरखालैंड आंदोलन के दौरान जेल गये सभी 119 मोर्चा समर्थक आगामी नवंबर महीने तक रिहा हो जायेंगे. दोनों गुटों में विभाजन अब गोजमुमो से जुड़े चाय श्रमिक संगठन दार्जिलिंग तराई डुआर्स प्लांटेशन लेबर यूनियन तक पहुंच गया है. शनिवार को संगठन की केंद्रीय समिति ने कर्सियांग के अध्यक्ष करुण गुरुंग और प्रणम रसाइली को संगठन से निष्कासित कर दिया.
दार्जिलिंग प्रेस गील्ड में पत्रकारों को संबोधित करते हुए यूनियन के अस्थायी केंद्रीय प्रवक्ता भरत ठकुरी ने बताया कि यूनियन की केंद्रीय समिति की बैठक केंद्रीय अध्यक्ष पीटी शेरपा की अध्यक्षता में हुई.
इसमें करुण गुरुंग और प्रणम रसाइली को संगठन विरोधी काम करने के आरोप में संगठन से निकालने का फैसला किया गया. श्री ठकुरी ने कहा कि कुछ दिन पहले दोनों नेताओं को केंद्रीय समिति की ओर से कारण बताओ नोटिस दिया गया था. नोटिस का कोई जवाब नहीं मिलने पर उन्हें संगठन की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया.
उल्लेखनीय है कि पहाड़ पर चल रहे बेमियादी बंद के दौरान पहाड़ के सभी चाय बागान बंद हैं. संगठन का आरोप है कि करुण गुरुंग और प्रणम रसाइली चाय श्रमिकों को बहका कर बागान खुलवाने की कोशिश कर रहे हैं.
श्री ठकुरी ने कहा कि हाल ही में उत्तरकन्या में हुई सर्वदलीय बैठक में गोरखालैंड पर बात होनी चाहिए थी, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ. इसकी जगह, चाय श्रमिकों को भ्रमित करने के लिए न्यूनतम वेतन, पूजा बोनस जैसे विषयों पर चर्चा हुई. वेतन और बोनस श्रमिकों का अधिकार है, जिसे मालिकों को देना ही होगा. इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है.
एक प्रश्न के जवाब में श्री ठकुरी ने कहा कि संगठन के केन्द्रीय प्रवक्ता मिलन प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, इसलिए उनकी अनुपस्थिति में संगठन ने उन्हें प्रवक्ता का स्थायी भार सौंपा है.
रैली, सभा पर रोक से पहाड़ पर सन्नाटा
कर्सियांग में शिक्षकों ने की बंद से छूट की मांग
कालिम्पोंग/सिलीगुड़ी : गोजमुमो और पुलिस के बीच शुक्रवार को कालिम्पोंग और मिरिक में हुए हिंसक संघर्ष का प्रभाव शनिवार को पूरे पहाड़ पर दिखा. हर तरफ सन्नाटे का माहौल रहा. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात दिखा और आम लोगों से सड़कें सूनी रहीं. शुक्रवार को मिरिक से गिरफ्तार 33 मोर्चा समर्थकों शनिवार को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया. विमल गुरुंग के समर्थकों द्वारा पहाड़ की कानून-व्यवस्था भंग किये जाने की आशंका को देखते हुए दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिला प्रशासन ने पहाड़ पर सभी तरह की सभाओं और रैलियों पर रोक लगा दी है.
कुछ जगहों पर मोर्चा कार्यालयों में पुलिस छापामारी की भी सूचना है. इस बीच, कर्सियांग से खबर मिली है कि शनिवार को वहां शिक्षकों ने जुलूस निकाला. शिक्षकों की मांग है कि पहाड़ पर जारी बेमियादी बंद से स्कूलों और अन्य शिक्षा प्रतिष्ठानों को छूट दी जाये. इस रैली को पुलिस की सुरक्षा के बीच निकाला गया.
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