हाइकोर्ट, विचार भवन, अलीपुर कोर्ट, परिवहन विभाग, खाद्य भवन में ढूंढ़ रहा था ठेका-मजदूर का काम
कोलकाता : खागड़ागढ़ धमाके के इनामी आतंकी बुरहान शेख ने प्राथमिक पूछताछ में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) अधिकारियों के सामने कई खुलासे किये हैं.उसने बताया कि पहले वह मुर्शीदाबाद में कालू शेख नामक एक व्यक्ति के पास किराये के घर में रहता था, जहां लकड़ी मिस्त्री था. साथ ही बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमायत-उल-मुजाहिद्दीन के लिए खागड़ागढ़ में इसका मॉड्यूल भी तैयार कर रहा था.
2014 में खागड़ागढ़ धमाके के बाद भाग कर नेपाल चला गया था, लेकिन वहां कुछ दिन रहने के बाद फिर से संगठन को नये सिरे से शुुरू करने के लिए कोलकाता आया. दो महीने पहले कोलकाता आकर कई सरकारी दफ्तरों में अस्थायी तौर पर नौकरी पाने के लिए घूम रहा था. पकड़ा ना जाये, इसके लिए हुलिया भी बदल लिया था. हाइकोर्ट, विचार भवन, अलीपुर कोर्ट के अलावा परिवहन विभाग के अलावा खाद्य भवन में भी वह ठेका-मजदूरी के तौर पर अस्थायी नौकरी के लिए चक्कर लगा चुका था. हाल ही में उसे नौकरी मिलने वाली भी थी.
इसके कारण वह फिर से कोलकाता के मोचीपाड़ा इलाके में आया था, जिसके बाद वह पकड़ा गया. गौरतलब है कि मोचीपाड़ा इलाके से गुरुवार की रात को कोलकाता पुलिस के एसटीएफ ने बुरहान शेख को गिरफ्तार किया था. उसे शुक्रवार सुबह नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) के हवाले कर दिया गया