पटना : सृजन घोटाले को लेकर राजद ने फिर मुख्यमंत्री नीतीश सरकार पर हमला बोला है. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सृजन घोटाला मामले में पूरी तरह से फंस जाने के कारण झूठ बोल रहे हैं. जनता के सामने वह सफाई क्यों नहीं दे रहे हैं. अगर शर्म है, तो अपने पद से इस्तीफा दे दें.
तिवारी ने कहा कि हमलोग बिहार विधानसभा में विपक्ष हैं. इस नाते सरकार के सामने सवाल उठाते रहेंगे. मुख्यमंत्री को जवाब देना ही होगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का कहना है कि आठ अगस्त को उन्हें सृजन घोटाले की जानकारी मिल चुकी थी. जबकि, 2013 में ही आर्थिक अपराध शाखा ने छापा मारा था. सृजन घोटाला चारा घोटाले से भी बड़ा है. इसमें नीतीश कुमार अब कहीं से बचनेवाले नहीं है.
साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में सृजन घोटाले को लेकर छापेमारी हुई थी, तो क्या आपको जानकारी नहीं दी गयी थी. अधिकारियों समेत सारा तंत्र काम कर रहा है. ऐसे में घोटाले की जानकारी कैसे नहीं आपको मिली.
भाजपा प्रवक्ता ने राजद पर बोला हमला, कहा- राजद ने क्यों नहीं करायी जांच
वहीं, दूसरी ओर पूर्व विधायक व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर ने कहा है कि सृजन घोटाले की जानकारी जब 2013 में ही राजद को मिल गयी थी, तो उसने जांच क्यों नहीं करायी. करीब 20 माह तक तो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ही थे.
टाइगर ने कहा कि शिवानंद तिवारी रह-रह कर नींद से बाहर आ जाते हैं. पहले वह राज्यसभा पहुंचने को लेकर सक्रिय थे, लेकिन अब परिवारवाद के कारण दावेदारी में पिछड़ते देख राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पक्ष में बोलते नजर आते हैं. सृजन मामले में उनका बयान ही राजद को लपेटने वाला है. वह राजद को खुद ही उलझा रहे हैं. वह भूल रहे हैं कि भागलपुर में सृजन के कार्यालय के लिए राजद सरकार ने ही भू-खंड उपलब्ध कराया था.
वहीं, सृजन मामले की जानकारी राज्य सरकार के संज्ञान में आते ही तुरंत जांच का आदेश देकर मुख्यमंत्री ने कार्यकुशलता का परिचय दिया है. राजद की मांग के अनुरूप नीतीश सरकार ने घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दिया. राजद को डर है कि सीबीआई जांच की मांग से कहीं उनकी ही स्थिति बिगड़ न जाये.