कई घंटों की मैराथन बैठक के दौरान उन्होंने छहों जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों बाढ़ की वास्तविक स्थिति और इससे हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी. श्री घोष ने मीडिया को बताया कि उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जिला के कुछ इलाके अभी भी बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं. बाढ़ से पूरे उत्तर बंगाल में हुए नुकसान का पूरा ब्यौरा राज्य सरकार को जल्द सौंपा जायेगा. साथ ही सरकार आर्थिक सहायता मांगी जायेगी. उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय (एनबीडीडी) और सरकार के आर्थिक सहयोग से बाढ़ प्रभावित इलाकों में जल्द विकास कार्य शुरु किया जायेगा. उन्होंने मीडिया के सामने मात्र सात महीने के अंदर ही सड़क, सेतु, पुलिया, तटबंध दुरस्त करने के अलावा अन्य सभी कार्य पूरा करने का दावा किया. आज की मीटिंग में छह जिलों के अधिकारी (डीएम), संबंधित विभागों के अधिकारी, प्रतिनिधि, इंजीनियरों के अलावा एनबीडीडी के भी कई अधिकारी व इंजीनियर शामिल हुए.
जबकि भाजपा वाले राज्यों और भाजपा समर्थित राज्यों में बाढ़ से रेल परिसेवा प्रभावित होने के बावजूद लंबी दूरी के ट्रेनों का परिचालन शुरु कर दिया गया है. उनका कहना है कि अब दुर्गा पूजा के कुछ ही दिन शेष बचे हैं, जो बंगाल का सबसे प्रमुख त्योहार है. रेल परिसेवा पूरी तरह दुरस्त नहीं होने से पूजा को लेकर आम लोगों को काफी परेशानियों से जुझना पड़ेगा.