इसी क्रम में एसीबी की टीम ने बड़ा बाबू को गिरफ्तार कर लिया. रमण कुमार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बादम बडकागांव में लिपिक के पद पर हैं. जून 2013 से 30 जून 2015 तक सिविल सर्जन कार्यालय हजारीबाग में पदस्थापित थे. रमण का स्थानांतरण सिविल सर्जन कार्यालय हजारीबाग से सिमडेगा किया गया था.
परंतु अस्वस्थ्य रहने के कारण उसका स्थानांतरण स्थगित कर दिया गया. पुन: आठ अगस्त 2016 को सिविल सर्जन कार्यालय हजारीबाग में योगदान दिया. एक जुलाई 2015 से 11 नवंबर 2015 तक का वेतन सिविल सर्जन कार्यालय हजारीबाग द्वारा नहीं दिये जाने के कारण उसने प्रभारी को उक्त अवधि का उपार्जित अवकाश स्वीकृति के लिए दिया. सिविल सर्जन ने इसे स्वीकृत कर दिया और छुट्टी संबंधित पत्र प्रधान लिपिक रूदल सिंह के पास भेज दिया. प्रधान लिपिक रूदल सिंह इसी पत्र को देने के नाम पर सात हजार रुपये की मांग की थी. इसकी शिकायत रमण ने एसीबी हजारीबाग को दी थी.