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RANCHI : जैप के जवान करते थे शराब का कारोबार, राष्ट्रपति पदक विजेता जवान की गई जान

जैप मुख्यालय ने डीजीपी को भेजी प्रारंभिक रिपोर्ट, नामकुम से लाकर बेची जा रही थी शराब रांची : शराब के अवैध कारोबार में जैप-1 के जवान लंबे समय से शामिल थे, जिसकी भनक जैप के अफसरों तक को नहीं थी. लेकिन इसका खुलासा तब हुआ जब जैप वन के चार जवानों सहित 17 लोगों की […]

जैप मुख्यालय ने डीजीपी को भेजी प्रारंभिक रिपोर्ट, नामकुम से लाकर बेची जा रही थी शराब
रांची : शराब के अवैध कारोबार में जैप-1 के जवान लंबे समय से शामिल थे, जिसकी भनक जैप के अफसरों तक को नहीं थी. लेकिन इसका खुलासा तब हुआ जब जैप वन के चार जवानों सहित 17 लोगों की मौत के बाद जैप प्रशासन ने इसकी जांच करायी. इसमें जैप-1 के झाड़ूकश, हवलदार और दारोगा तक कुल 14 लोगों के शामिल होने की पुष्टि हुई है.
इस आधार पर सभी को जैप डीआइजी सुधीर कुमार झा ने निलंबित कर दिया है. जबकि जैप वन के इंस्पेक्टर सह रम प्रभारी राजू क्षेत्री और सूबेदार मेजर प्रभाष क्षेत्री को शोकाॅज किया गया है. इनसे पूछा गया है कि लंबे समय से शराब के अवैध कारोबार की गतिविधि चल रही थी. तो जानकारी क्यों नहीं थी? क्यों न माना जाये कि इसमें आपकी मिलीभगत थी? दोनों को तीन दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है. इसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई पर निर्णय होगा.
श्री झा ने बताया कि जिन 14 लोगों को निलंबित किया गया है उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई पूरी कर एक माह में रिपोर्ट देने का निर्देश जैप-वन कमांडेंट कुसुम पुनिया को दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद बर्खास्तगी के मुद्दे पर निर्णय लिया जायेगा. डीआइजी ने बताया कि मामले में जैप एडीजी रेजी डुंगडुंग और डीजीपी डीके पांडेय को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट शुक्रवार को भेज दी गयी है. आगे की जांच जारी है.
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि नामकुम में सिंधिया और तरुण दास द्वारा बनायी जा रही शराब की खरीद उक्त लोग करते थे. फिर उसे जैप के दूसरे जवानों के साथ अन्य लोगों को जैप वन के आसपास और नेपाल हाउस के पीछे वाले इलाके में बेचते थे. इस धंधे में हवलदार दिलीप गुरुंग की पत्नी की भी संलिप्तता सामने आयी है.
अब जहरीली शराब ने ली राष्ट्रपति पदक विजेता जवान की जान
रांची़ : जहरीली शराब से मौत का सिलसिला अब भी जारी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को राष्ट्रपति पदक विजेता जैप-वन के जवान विक्रम राई (आरक्षी-1095)की इलाज के दौरान सेेंटेविटा अस्पताल में मौत हो गयी़ दूसरी तरफ काली स्थान रोड चर्च रोड निवासी मो इरफानुर रहमान ने भी दम तोड़ दिया. मेदांता में इलाजरत राहुल कुमार की भी मौत हो गयी. इन तीन मौत के साथ जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 18 पहुंच गयी है. शवों का पोस्टमार्टम रिम्स में किया गया़ विक्रम का शव जैप वन में अंतिम दर्शन के लिए रखा जायेगा और उसके बाद दार्जीलिंग भेजा जायेगा़
कौन था इरफानुर . इधर, निजामुल रहमान उर्फ नीशु ने बताया कि इलेक्ट्राॅनिक्स का काम करने वाला उसका भाई मो इरफानुर रहमान (42 वर्ष ) ने बुधवार को शराब पी थी़ उसी दिन उसकी तबीयत खराब हो गयी थी. स्थिति खराब होने पर दवा लाकर दिया गया लेकिन दवा खाने के बाद भी असर नहीं हुआ. इसके बाद गुरुवार को तबीयत और ज्यादा खराब हो गयी़ आनन-फानन में रात में रिम्स लाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया़ जानकारी मिलने पर मो सफदर, सोनू सहित मोहल्ले के काफी लोग रिम्स पहुंंचे थे़
कौन था विक्रम राई
विक्रम राई, वही जवान था जिसने गुमला में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान एक नक्सली को मारा गिराया था़ जबकि कई उसकी गोली के शिकार हुए थे और कई भाग गये थे़ उसके इसी अदम्य साहस के लिए जैप वन में 13 अगस्त को आयोजित अलंकरण पुरस्कार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति पदक से नवाजा था़ कुछ दिन बाद विक्रम की प्रोन्नति एएसआइ में होने वाली थी़ पुलिस मुख्यालय में कवायद भी शुरू हो गयी थी़
वह एएसआइ बनता इसके पहले ही काल के गाल में समा गया़ जहरीली शराब पीने से तबीयत खराब होने पर उसे पांच सितंबर को सेंटेविटा अस्पताल में भरती किया गया था़ मौत की सूचना मिलने पर दार्जीलिंग से परिजन भी आये गये है़ं वह दार्जीलिंग के जोरेबंगलो के घुम ग्राम निवासी स्व आसबहादुर राई का पुत्र था़
कौन था विक्रम राई
विक्रम राई, वही जवान था जिसने गुमला में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान एक नक्सली को मारा गिराया था़ जबकि कई उसकी गोली के शिकार हुए थे और कई भाग गये थे़ उसके इसी अदम्य साहस के लिए जैप वन में 13 अगस्त को आयोजित अलंकरण पुरस्कार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति पदक से नवाजा था़ कुछ दिन बाद विक्रम की प्रोन्नति एएसआइ में होने वाली थी़ पुलिस मुख्यालय में कवायद भी शुरू हो गयी थी़ वह एएसआइ बनता इसके पहले ही काल के गाल में समा गया़
जहरीली शराब पीने से तबीयत खराब होने पर उसे पांच सितंबर को सेंटेविटा अस्पताल में भरती किया गया था़ मौत की सूचना मिलने पर दार्जीलिंग से परिजन भी आये गये है़ं वह दार्जीलिंग के जोरेबंगलो के घुम ग्राम निवासी स्व आसबहादुर राई का पुत्र था़
इनको किया गया निलंबित
दारोगा राम कुमार राणा, हवलदार गौतम थापा, विकास तामंग, दिलीप गुरुंग, दामोदर क्षेत्री, बिरेन गुरुंग, आरक्षी गोपाल परियार, पूर्णा तामंग, रोहित तामंग, सरजू प्रधान, अभिषेक कुमार, चालक सपन गुरुंग और झाड़ूकश शंकर राम शामिल हैं. गौतम थापा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
छापेमारी दल नहीं था सक्रिय
जांच में पता चला कि जैप वन में जवानों और अन्य कर्मियों की गतिविधि पर नजर रखने के लिए छापेमारी दल था. इसमें छह लोग हैँ. इसका काम परिसर क्षेत्र में भ्रमण कर कर्मियों की गतिविधि पर नजर रखना है. लेकिन दल सक्रिय नहीं था. अब छापेमारी दल को सक्रिय करने की कवायद शुरू की गयी है.
छह माह में बदलना है
जैप के दूसरे बटालियनों में हर छह माह में जवानों को एक पोस्ट से दूसरे पोस्ट पर भेज दिया जाता है. लेकिन जैप वन में कुछ जवानों को छोड़ दें तो बाकी लंबे समय से टिके हुए हैं. कई ऐसे भी हैं जो जंगल वाले इलाकों में गये ही नहीं. यही वजह रही कि रांची में कुछ जवान और कर्मी आराम की ड्यूटी के साथ ही अलग से शराब के कारोबार को जरिया बना लिया.
हर जवान का कराया जा रहा है ब्लड टेस्ट
जैप वन सहित अन्य बटालियनों में जवानों और कर्मियों का ब्लड टेस्ट कराया जा रहा है.जिसके माध्यम से यह पता चलेगा कि हाल के दिनों में किन लोगों ने कितनी मात्रा में नशे का सेवन किया किया. इसके बाद इनका इलाज कराया जायेगा.
जवानों को सिखाया जा रहा है योग
जैप वन में जवानों को योग सिखाया जा रहा है. खुद डीआइजी सुधीर कुमार झा भी इसमें शामिल हुए. उन्होंने बताया कि जैप और आइआरबी के सभी बटालियनों के कमांडेंट को निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां योगा शुरू कराएं.
नशा छुड़ाने के लिए रिनपास की मदद लेने की है तैयारी
जवानों को नशा से मुक्ति के लिये रिनपास के चिकित्सकों का सहयोग जैप वन में लिया जायेगा. डीआइजी ने बताया कि जवानों को स्वस्थ और नशा से दूर रखने के लिये कारगर कदम उठाये जाएंगे.

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