भागलपुर : सृजन घोटाले में पूर्व जिला पदाधिकारियों की संलिप्तता अब धीरे-धीरे जगजाहिर होने लगी है. कल्याण विभाग की इंवेंट्री में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. सृजन महिला विकास सहयोग समिति में जिला पदाधिकारी के पदनाम से खाता मिला है. उस दौरान गोरे लाल यादव भागलपुर के जिला पदाधिकारी थे.
उनके साथ तत्कालीन कल्याण पदाधिकारी के पद नाम से भी सृजन में खाता खुलवाया गया था. कल्याण विभाग में पिछले एक पखवारे से चल रही इनवेंट्री का टेबल वर्क संपन्न होने के बाद विभागीय अधिकारियों ने गुरुवार को इसका खुलासा किया है. हालांकि इन दोनों खाते से कितना लेन-देन हुआ है इस बारे में विभाग के द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गयी. इसके अलावा विभाग में बंद अालमीरा से 11 बैंक अकाउंट भी मिले हैं. इसमें इंडियन बैंक पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, कैनरा बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी व एक्सिस बैंक के भी एकाउंट मिले हैं. इसमें 2000 से लेकर 2016 तक के खाते मिले हैं. विभाग के मुताबिक इसमें कुछ पुराने हैं तो कुछ बंद भी हो चुके हैं.
कल्याण पदाधिकारी की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुई थी इंवेंट्री : सृजन घोटाले में तत्कालीन कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की गिरफ्तारी के बाद डीएम ने एडीएम की अध्यक्षता में जांच दल का गठन किया था. विभाग के अहम कागजात आलमीरा में बंद होने के कारण जांच बंद थी. मजिस्ट्रेट की अगुवाई में 22 अगस्त से इंवेंट्री का काम चल रहा था. इसके बाद जाकर यह खुलासा हुआ है.
अकाउंट खंगालने के बाद बढ़ेगी राशि: कल्याण विभाग में अब तक 121 करोड़ के अवैध निकासी का मामला प्रकाश में आ चुका है. 11 बैंक अकाउंट मिले हैं. इन खातों को खंगालने का काम शुरू होने के बाद अवैध निकासी की राशि और भी बढ़ने के कयास लगाये जा रहे हैं. बंद व चालू खातों के अध्ययन के बाद इसका खुलासा होगा.
जिलाधिकारी को सौंपेंगे रिपोर्ट : कल्याण विभाग का अतिरिक्त प्रभार देख रहे जिला पंचायती राज पदाधिकारी अपूर्व कुमार मधुकर ने बताया कि इनवेंट्री के तहत टेबल वर्क संपन्न हो चुका है. 11 बैंक अकाउंट के अलावा सृजन में भी पूर्व के जिला पदाधिकारी व कल्याण पदाधिकारी के नाम से दो खाते मिले हैं. इनवेंट्री की रिपोर्ट तैयार कर जल्द ही जिलाधिकारी को सौंप दी जायेगी.