जमशेदपुर. टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव में गड़बड़ी के मामले पर 6 सितंबर को झारखंड हाइकोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई करने वाले जज छुट्टी पर थे, लेकिन उनकी जगह एक्टिंग कोर्ट ने सुनवाई की.
सुनवाई दूसरे पहर में हुई. इस दौरान आर रवि प्रसाद ने यूनियन की ओर से अधिवक्ता सुजीत चौधरी के माध्यम से हाजिर हुए जबकि पिछले बार की सुनवाई में महामंत्री बीके डिंडा अधिवक्ता के माध्यम से हाईकोर्ट में हाजिर हुए थे. इस दौरान भगवान सिंह के अधिवक्ता भी मौजूद थे. इस दौरान अध्यक्ष आर रवि प्रसाद के अधिवक्ता ने कोर्ट से माफी मांगी कि वे जवाब दाखिल नहीं कर पाये और इसके लिए उनको और वक्त चाहिए. इसका भगवान सिंह सीनियर के वकील ने विरोध भी किया.
लेकिन कोर्ट ने उनको जवाब दाखिल करने के लिए 21 सितंबर तक का समय दे दिया. अब इस मामले की सुनवाई 22 सितंबर को होगी. न्यायालय में टाटा वर्कर्स यूनियन को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया गया है, जिसके लिए अब तक दो बार लगातार यूनियन ने समय लिया है. यह केस करीब दो साल से चल रहा है. टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव में को-ऑप्शन और ऑफिस बियरर्स के चुनाव के दौरान मतगणना के तौर-तरीके पर आपत्ति उठी थी. कमेटी मेंबर भगवान सिंह सीनियर और अरुण सिंह ने को-ऑप्शन और ऑफिस बियरर्स के चुनाव की मतगणना दोबारा कराने की मांग पर झारखंड उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है जबकि जुस्को श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय भी हाईकोर्ट गये थे, तब वे टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबर थे. बाद में रघुनाथ पांडेय ने अपनी याचिका वापस ले ली थी. इसके बाद इ सतीश कुमार और सरोज पांडेय ने भी इस मामले में अलग-अलग केस दायर कर दिया है.