पटना: बिहार में बाढ़ की स्थिति मेंलगातार सुधार होना जारी है. राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाके से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं आयी. आपदा प्रबंधन विभाग की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि पानी घटने से कई जगहों पर लोग घर लौटने लगे हैं. बाढ़ प्रभावितों के लिए बनाये गये 8 राहत शिविरों में अभी भी 2887 लोग हैं.वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर प्रत्येक ग्राम पंचायत में पांच नौका उपलब्ध कराने तथा कुछ लोगों को नौका परिचालन का प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया है. मालूम हो कि बिहार में इस साल आयी बाढ़ से अब तक 514 लोगों की मौत हुई है.
बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक मदद
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान 58 सामुदायिक रसोईघरों में 35,882 लोगों को भोजन परोसा गया. विभाग के अनुसार आज आरटीजीएस के जरिए बाढ़ प्रभावित 1,34,056 लाभुक परिवारों के बैंक खातों में नगद राशि स्थानांतरित की गयी. कुल 859573 लाभुक परिवारों के बैंक खातों में 415 करोड़ 92 लाख 38 हजार रुपये स्थानांतरित किया जा चुका है.
नीतीश ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अपनी तरफ से 01 लाख 34 हजार रुपये का चेक अंशदान केरूप में दिया. उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिये एक लाख एक हजार रुपये का चेक सौंपा. बिहार स्टेट प्लानिंग बोर्ड के सदस्य एएनपी सिन्हा ने एक लाख 26 हजार, अरवल के जिला प्रशासन के पदाधिकरियों, कर्मियों तथा अरवल जिले के सम्मानित नागरिकों ने 8 लाख 70 हजार 410 रुपये, तिरुपति सुगर मिल्स लिमिटेड बेतिया ने पांच लाख रुपये, प्रशांत मेमोरियल चैरिटेबल हास्पिटल मुजफ्फरपुर ने एक लाख रुपये, दि न्यू पटना क्लब ने 2 लाख 51 हजार रुपये का अंशदान मुख्यमंत्री राहत कोष के लिये दिया.
नीतीश ने मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान करने के लिये सभी को धन्यवाद दिया तथा उनके इस सामाजिक पहल की सराहना की. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा के समय सभी को अपनी संवेदनशीलता प्रदर्शित करना चाहिए और पीड़ितों की सेवा में बढ़-चढ़कर हाथ बांटना चाहिए.
प्रत्येक ग्राम पंचायतों में5 नौकाएं उपलब्ध कराने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश
पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 10वीं बैठक की आज अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री-सह-प्राधिकरण के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत में पांच नौका उपलब्ध कराने तथा कुछ लोगों को नौका परिचालन का प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया. उन्होंने नौका की व्यवस्था तथा लोगों को प्रशिक्षण के लिए राशि विधायक तथा सांसद निधि से उपलब्ध कराने तथा बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संबंधित विभाग के साथ इस पर विचार करने को कहा. उन्होंने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रशिक्षण पर और अधिक ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिया. उन्होंने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) में दल की संख्या मौजूदा 16 से बढ़ा कर 50 करने का निर्देश दिया.
नीतीश ने कहा कि बिहार में छह करोड़ से भी अधिक लोग मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं. उन तक आपदाओं के प्रति जागरुकता तथा बचाव की जानकारियां कैसे पहुंचायी जाएं तथा ‘मास मैसेजिंग’ एवं विज्ञापन के माध्यम से अधिक से अधिक कैसे संचार किया जाये उस पर विचार करना होगा.
सीएम नीतीश ने जमींदारी बांध के बारे में कहा कि प्राधिकरण द्वारा विस्तृत सर्वेक्षण किये जाने की आवश्यकता है. इस अवसर पर मौजूद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नौका में ‘लाईफ जैकेट’ की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के संबंध में सरकार की तरफ से इस पर विचार करने का सुझाव दिया. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अर्मित ने बाढ़ पूर्व तैयारी पर बल देते हुए कहा कि मई की जगह दिसंबर माह में ही अगले वर्ष बाढ़ की तैयारी के संदर्भ में पॉलीथिन सीट का भंडारण सुनिश्चित किये जाने की आवश्यता है. बैठक में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास जी द्वारा प्राधिकरण की विगत दो वर्षों की गतिविधियों एवं परियोजनाओं तथा भविष्य की कार्ययोजना के संबंध में एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया.