नयी दिल्ली : खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आज आगामी अंडर 17 फीफा विश्व कप की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम का औचक दौरा किया और इस दौरान प्रशासकों को संदेश दिया कि उन्हें खिलाडियों की जरुरतों के अनुसार ढलना होगा.
कुछ दिन पहले मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद विजय गोयल की जगह खेल मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले राठौड़ सुबह लगभग नौ बजकर 15 मिनट पर स्टेडियम पहुंचे जबकि कई अधिकारी उस समय तक कार्यालय भी नहीं पहुंचे थे. खेल मंत्री बने देश के पहले ओलंपियन 47 साल के राठौड़ ने अधिकारियों से कहा कि ‘सेवा’ को ध्यान में रखते हुए काम किया जाना चाहिए.
खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘ ‘उन्होंने कहा कि साइ और अन्य सभी स्टेडियम को सिर्फ एक मानसिकता के साथ काम करना चाहिए और वह है सेवा. प्रशासक की मानसिकता को खत्म करना होगा. खिलाडियों को लगना चाहिए कि उनका ख्याल रखा जा रहा है क्योंकि उनकी जरुरतें सर्वोच्च हैं. मंत्री ने जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम के प्रत्येक कमरे का भी निरीक्षण किया. इसी स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) का कार्यालय भी है. उन्होंने सफाई देखने के लिए कैंटीन का भी निरीक्षण किया.
अधिकारी ने कहा, मंत्री ने यह भी देखा कि खिलाडियों के आंकड़े कैसे तैयार किए जाते हैं और खिलाडियों के रिकार्ड के पूरी तरह से डिजिटलीकरण का सुझाव दिया और स्थिति रिपोर्ट मांगी. एक अन्य अधिकारी ने कहा, वह काफी हद तक संतुष्ट दिखे लेकिन मुख्य जोर इस बात पर था कि हमारे खिलाडियों के साथ होने वाले व्यवहार के प्रति मानसिकता बदली जानी चाहिए.