देवघर: देवघर पुलिस को बैंक डकैती की थी पूर्व सूचना, शहर हाइ-अलर्ट पर था. बावजूद शहर के बीचोंबीच आजाद चौक स्थित यूनाइटेड बैंक में हथियारबंद अपराधियों ने दिनदहाड़े धावा बोला और 53 लाख रुपये लूट लिये. सुबह करीब 11:30 से 12 बजे के बीच नौ की संख्या में पहुंचे बेखौफ अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया.
अपराधियों के हाथ में पिस्तौल व देसी सुतली बम था. करीब डेढ़ घंटे तक शाखा में अपराधियों ने उत्पात मचाया और बैंक कर्मियों सहित एक-एक कर कई ग्राहकों से भी रुपये लूट लिये. बताया जाता है कि गुप्त सूचना के आधार पर देवघर पुलिस मुख्य बैंकों के पास पेट्रोलिंग कर रही थी, लेकिन शहर के बीचोंबीच भीड़भाड़ वाले इलाके में बैंक लुटेरे आये और एक घंटे तक बैंक के अंदर तांडव मचा कर लूटपाट करते रहे.
मोबाइल छीना, कंप्यूटरों को किया क्षतिग्रस्त : बैंककर्मियों व ग्राहकों समेत कुल 41 लोगों के मोबाइल छीन लिये. इनमें से कई मोबाइल पटक कर तोड़ भी दिया. लूटपाट के क्रम में सीसीटीवी डीवीआर को अपराधियों ने तोड़ दिया और रैम निकाल लिये. बैंक शाखा में कुल 10 सीपीयू अपराधियों द्वारा तोड़े गये. लूट को अंजाम देने के बाद करीब एक बजे तीन-चार थैले में रुपये भर कर अपराधी आराम से निकल गये. आसपास के दुकानदारों व पुलिस को मामले की भनक तक नहीं लगी.
सूचना पाकर पुलिस प्रशासन के उड़े होश : किसी तरह कागज में मोड़ कर रखे कैशियर की मोबाइल लूटने से बच गयी, जिससे उन्होंने नगर थाना प्रभारी को मोबाइल पर कॉल कर घटना की जानकारी दी. जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन के होश उड़ गये. इसके बाद एसपी ए विजायलक्ष्मी सहित एसडीपीओ दीपक पांडेय, सीसीआर डीएसपी रविकांत भूषण, डीएसपी मुख्यालय राजकिशोर, नगर थाना प्रभारी अरविंद उपाध्याय, एएसआइ रामानुज सिंह, जीके मित्रा व एसके वाजपेयी सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे और मामले की छानबीन में जुट गये. अपराधी कैसे बैंक तक पहुंचे और किस रास्ते पैदल व किस गाड़ी से फरार हुए, इसकी भनक तक किसी को नहीं लग सकी.
डीआइजी ने ली बैंककर्मियों से जानकारी : मामले की सूचना पाकर संताल प्रक्षेत्र के डीआइजी अखिलेश झा भी पहुंचे और डिप्टी मैनेजर विजय कुमार, कैशियर सुप्रकाश पालित व अन्य से घटना के बारे में जानकारी ली. अपराधियों ने बैंक के डिप्टी मैनेजर विजय कुमार सहित कैशियर पालित, दफ्तरी राजू रजक, डेली विजेज स्टाफ राजेंद्र मांझी व अन्य ग्राहकों के साथ मारपीट की. वहीं इन लोगों के अलावा पीओ मधुमिता कुमारी, लिपिक महुआ घोष के मोबाइल-पैसे की छिनतई कर ली. घटना के पूर्व लिपिक अरविंद कुमार चेक क्लियरेंस कराने अन्य बैंकों में गये थे. करीब 12:45 में वे चेक क्लियरेंस करा कर लौटे तो सीढ़ी पर खड़े अपराधी ने हथियार के बल उन्हें कब्जे में ले लिया व अंदर स्टाफ रूम के पास ले गया. अपराधियों ने उनकी भी मोबाइल छीन कर तोड़ दिया. घटना के बाद पुलिस छापेमारी में जुटी है. बैंक डकैती में शामिल गिरोह की पहचान कर पुलिस ने शीघ्र खुलासे का दावा किया है.
हाल के दिनों में सुनील दास था सक्रिय
एसबीआइ पीबी शाखा डकैती कांड के बाद पुलिस सुनील दास को नहीं दबोच सकी है. सुनील पर से पुलिस की नजर हट गयी थी. सूत्रों की मानें तो हाल के दिनों में सुनील की सक्रियता शहर में बढ़ गयी थी. कहीं-कहीं सुनील लोगों को नजर आने लगा था. उन सूत्रों की मानें तो एक-दो सप्ताह पूर्व किसी ने स्थानीय एक पुलिस अधिकारी को सूचना दी थी कि सुनील स्टेडियम के पीछे है. बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया था. इस बीच चर्चा यह भी रहा कि बैंक डकैती की घटना के पूर्व सोमवार दिन में सुनील दास रोहिणी इलाके में नजर आया था. हालांकि इस संबंध में पुलिस के कोई अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
दहशत से बेसुध हो गयी थी पीओ मधुमिता
घटना के दौरान बैंक में मौजूद पीओ मधुमिता दहशत के कारण बेसुध हो गयी थी और लिपिक महुआ घोष को बेचैनी होने लगी. मधुमिता ने बताया कि दो दिन के बाद बैंक खुली तो काफी भीड़ थी. लगा कि ग्राहक ही घुसे हैं, लेकिन उपद्रव देख समझा गयी कि कुछ गड़बड़ है. एक बदमाश उस तक पहुंचा और मोबाइल समेत बैग में रखा नगदी 2800 रुपये की छिनतई कर ली.
एक अपराधी शुक्रवार को आया था फाॅर्म लेने
डेली विजेज स्टाफ राजेंद्र मांझी के अनुसार अपराधियों में एक देखने से लगा कि वह शुक्रवार को एकाउंट खोलने का फॉर्म लेने शाखा में आया था. कह रहा था कि बिजनेस के लिए करेंट एकाउंट खुलवाएंगे. मैनेजर के बारे में भी पूछा था. उस वक्त मैनेजर रिकवरी में निकले थे. मैडम से मिलने के लिए कहने पर उसने कहा कि वह क्या बतायेगी. इसके बाद निकलकर सीधे चला गया था.
लॉकर से सोना लेने के लिए पीटते रहे
कैशियर सुप्रकाश पालित कैश काउंटर पर बैठ कर ग्राहकों का जमा-भुगतान कर रहे थे. दो दिन बाद बैंक खुलने के कारण ग्राहकों की लंबी कतार लगी हुई थी. करीब 20-25 ग्राहक कतार में खड़े होंगे. करीब 11:30 से 12 बजे के बीच का समय रहा होगा. एक ग्राहक को उन्होंने पैमेंट दिया, तभी अचानक एक बदमाश करीब पहुंचा और हैंडसप करते हुए पिस्तौल सटा दिया. सभी बैंकर्स सहित ग्राहकों को कवर करते हुए बदमाशों ने अचानक अटैक किया. किसी को फोन करने का मौका तक नहीं दिया. इसके बाद जो भी ग्राहक बैंक के अंदर आते गये, एक-एक कर उन सबको भी कब्जे में लेते गया. सभी के साथ मारपीट कर स्टाफ रूम में बंद करते गया. लॉकर खोल कर सोना लेने के दबाव में उन्हें व डिप्टी मैनेजर को मारते-पीटते रहा. बदमाशों को अनुमान था कि बैंक में बड़े नोट मिलेंगे, इसलिए साथ लाया थैला उनलोगों का कम पड़ गया. इसके बाद सिक्के को उड़ेल कर बोरा भी ले लिया व उसमें भी नोट भर लिये. करीब 17.5 लाख का सिक्का था, जिसे अपराधियों ने छोड़ दिया. कैशियर के अनुसार कैश काउंटर से करीब सात लाख रुपये व बाकी वोल्ट में रखे रुपयों को लूट लिया. उनके पास का 1200 रुपया थे, वह भी अपराधियों ने ले लिया. अपराधियों ने बैंक से पांच रुपये तक के नोट नहीं छोड़े. सभी स्टाफ व ग्राहकों के पास से भी पैसे छीन लिये. कैशियर ने बताया कि उनकी एक मोबाइल की बैटरी खोल कर सीम कार्ड निकाल लिया व कागज में लपेट कर रखी दूसरी मोबाइल बच गया. बाद में उसी से थाना प्रभारी को कॉल किया व अलार्म बजाया.
कई दिनों तक की रेकी दिया घटना को अंजाम
कैशियर के अनुसार घटना के पूर्व अपराधियों ने पांच-सात दिनों तक उक्त बैंक शाखा की रेकी की थी. यह बातें अपराधी बैंककर्मियों को डराने-धमकाने के दौरान कह रहे थे. यह कह कर भी बैंककर्मियों को धमकाया जा रहा था कि सभी स्टाफ को वे लोग पहचान चुके हैं. कभी भी टीआइ परेड में उनलोगों को कोई पहचान करेगा तो बाद में घर तक पहुंच कर पूरे परिवार का सफाया कर देंगे. अपराधी यह भी कह रहे थे कि बीच बाजार में वे लोग बैंक पहुंच कर घटना को अंजाम दे रहे हैं और किसी को पता तक नहीं चल पा रहा है. पुलिस उनलोगों को कुछ नहीं कर सकी और बाद में भी कुछ नहीं कर सकेगी. एक घंटा तक रुक कर वारदात को अंजाम दिये और एक घंटे रुक सकते हैं.
किस-किस ग्राहक से की छिनतई
बंगाली साह रामगुलाम स्टोर के स्टाफ छोटू से 95 हजार
बियाही निवासी आनंद कुमार सिंह से पांच हजार व मोबाइल
म्यूजिक वर्ल्ड के स्टाफ सुभाष सोनी से 30 हजार व मोबाइल तोड़ा
अनिल यादव से 30 हजार रुपये व मोबाइल
राजकमल केसरी से तीन हजार रुपये व मोबाइल
हुंडई शोरुम स्टाफ कुंदन कुमार वर्मा से 14 हजार रुपये, बाइक की चाबी व मोबाइल
राहुल कुमार यादव से पांच हजार रुपये लूटा व मोबाइल पटक दिया
अमित केसरी से सात हजार रुपये व सीमकार्ड
बबलू गुप्ता से 10 हजार रुपये व मोबाइल
विजय कुमार गुप्ता से 10 हजार रुपये व मोबाइल
रमेश मांझी से 20 हजार रुपये व मोबाइल
अजीत कुमार दत्ता से चार हजार रुपये व मोबाइल
महंगी दास से 10 हजार रुपये
आशुतोष कुमार से 12 हजार रुपये व मोबाइल
सुमंत कुमार दुबे से 5200 रुपये व मोबाइल
बैंककर्मी से लूटा
डिप्टी मैनेजर विजय कुमार से मोबाइल लूट
पीओ मधुमिता से 2800 रुपये व मोबाइल लूट
लिपिक महुआ घोष से मोबाइल लूट
कैशियर सुप्रकाश पालित से 1200 रुपये व एक मोबाइल की बैटरी
इनका छीना मोबाइल
प्रमोद यादव, सुभाष मिश्रा, गुड्डी कुमारी, वरुण कुमार, दिलीप कुमार मोदी, उषा देवी, राजेश कुमार, दीपक कुमार, अरविंद कुमार दास से दो मोबाइल, संजीव कुमार रंज, केवल कुमार दास, शंभू शरण, उत्तम गुप्ता, गुड्डू यादव, उमेश कुमार, सनत राउत, उषा देवी, जयनारायण ठाकुर, भीम यादव, अनिल गुप्ता, संजय यादव, विल्टू कुमार शर्मा व गुड्डू कुमार का मोबाइल लूट लिया, जबकि सावन कुमार, श्रवण कुमार व नीलेश कुमार का मोबाइल तोड़ा दिया.
डीवीआर जलाने के लिए मांग रहा था पेट्रोल
14 हजार रुपये जमा करने पहुंचे हुंडई शो-रूम के स्टाफ कुंदन कुमार वर्मा ने बताया कि भगवान का शुक्र है कि वह बच गये. उसके साथ भी अपराधियों ने मारपीट की, पर मैनेजर साहब को बहुत मारा. जमा करने लाया 14 हजार रुपये छीनने के बाद अपराधी ने उससे पूछा कि कैसे आये हो? जैसे ही उसने जवाब दिया कि बाइक से आया है तो उससे बाइक की चाबी छीन ली.
हाथ पकड़ कर बाइक के पास चलने कहा. कह रहा था कि गाड़ी से पेट्रोल निकाल कर डीवीआर को जलायेगा. अपराधियों की बात सुन कर उसे काफी डर लगने लगा. उसने अपराधियों से हाथ जोड़ कर कहा कि बाइक काफी दूर में खड़ी की है. इसके बाद उसे दो-तीन थप्पड़ मारकर बैठा दिया.
चेक क्लियरेंस कर लौटे अरविंद पर तानी पिस्तौल
लिपिक अरविंद सबसे पहले बैंक पहुंचे थे. डिप्टी मैनेजर व अन्य स्टाफ के आ जाने के बाद 11 बजे वे चेक क्लियरेंस कराने अन्य बैंकों की शाखा में गये. करीब 12:45 बजे लौट कर बैंक घुस रहे थे तो सीढ़ी पर खड़े युवक को देख कर उसने टोका. उसने कमर से हथियार निकाल कर सटा दिया व गाल पर एक थप्पड़ मारा. जब तक कुछ समझते, उन्हें खींच कर अंदर ले गया. वहां खड़े दूसरे बदमाश ने उछल कर पेट में मारा और स्टाफ रूम के अंदर कर दिया.
यूनाइटेड बैंक में नहीं था गार्ड
यूनाइटेड बैंक की शाखा में गार्ड की कोई व्यवस्था नहीं थी. बैंक की सुरक्षा भगवान भरोसे चल रहा था. शाखा में कब कौन आते-जाते थे, इस पर बैंक द्वारा किसी पर नजर नहीं रखी जाती थी. सीसीटीवी व सायरन बैंक के अंदर लगा हुआ है. घटना के बाद बैंक कर्मियों ने बताया कि घटना के दौरान हथियार के बल अपराधी उनलोगों को कब्जे में कर लिये थे. ऐसे में किसी को सायरन बजाने का मौका भी नहीं मिला.
दो घंटे तक बैंक में पूछताछ करते रहे डीआइजी
यूनाइटेड बैंक में दिनदहाड़े 52 लाख की लूट की घटना के बाद संताल परगना, दुमका रेंज के डीआइजी अखिलेश झा दोपहर तीन बजे शाखा पहुंचे. वे करीब दो घंटे तक मौजूद रहे. इस दौरान शाखा प्रबंधक आरके पालित व महिला बैंक कर्मी से पूछताछ की. साथ ही एसडीपीअो दीपक पांडेय, यातायात डीएसपी रविकांत भूषण, डीएसपी मुख्यालय राजकिशोर समेत नगर थाना प्रभारी व अन्य से पूछताछ के बाद आवश्यक निर्देश दिये. पूरी जानकारी लेने के बाद शाम करीब पांच बजे वे शाखा परिसर से निकले.
जीतू को ऑपरेशन के स्थान पर मारा, राजेंद्र को दिखाया हथियार
दफ्तरी जीतू ने हाल में हर्निया की सर्जरी करायी है. घटना के दौरान ऑपरेशन वाली जगह पर ही अपराधियों ने मार कर उसे बैठा दिया. उस दौरान डेली विजेज स्टाफ राजेंद्र किसी ग्राहक का फाॅर्म भर रहा था, तभी उसकी नजर डिप्टी मैनेजर से उलझते युवकों पर पड़ी. वहां गया तो उसे हथियार का भय दिखा कर अपराधियों ने बैठा दिया और सभी का मोबाइल छीनने लगे. पहले काउंटर का सारा पैसा समेटा, फिर चाबी लेकर अपराधी वोल्ट में गये. इसके बाद एक-एक कर सभी सीपीयू को पटकने लगे. उसी में से एक उसे रोक भी रहा था. उसी दौरान एक अपराधी मैनेजर चैंबर में जाकर डीवीआर को तोड़ा व हार्ड डिस्क निकाल लिया. घटना के दौरान किसी को सायरन बजाने का मौका तक नहीं मिला.