वहीं रेडक्रॉस की ओर से बाढ़ पीड़ितों की स्वास्थ्य जांच की गयी और दवाओं का वितरण किया गया. महिलाओं के बीच सैकड़ों की संख्या में सैनेटरी नैपकिन वितरित किये गये. गत 16 अगस्त की रात हरिश्चन्द्रपुर के पिपला गांव के पास बांगरूआ सेतु टूट गया था, जिसकी वजह से हरिश्चन्द्रपुर-1 और 2 ब्लॉक का सड़क संपर्क टूटा हुआ है. 81 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के ऊपर बने इस पुल के टूटने से यातायात बाधित है. बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने में जिला प्रशासन को काफी मुश्किल हो रही है.
हालात को देखते हुए हरिश्चन्द्रपुर में एनडीआरएफ की दो टीमों को उतारा गया है. रविवार को मालदा मर्चेंट चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव उज्जवल साहा ने बताया कि अभी भी हरिश्चंद्रपुर के बहुत से इलाकों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है. घरबार क्षतिग्रस्त हो गये हैं. रविवार को इलाके में सैकड़ों लोगों को राहत सामग्री दी गयी. रेड क्रॉस के जिला सचिव डॉ डी सरकार ने बताया कि सैकड़ों लोगों को हैलोजन टेबलेट और अन्य दवाएं वितरित की गयीं. सैकड़ों सैनिटरी नैपकिन बांटे गये.