उन्होंने कहा कि हृदय रोग से बचना है तो लाइफ स्टाइल के साथ-साथ भोजन को संतुलित करना होगा. हार्ट अटैक में कोलेस्ट्राॅल बढ़ना, ट्राइग्लिस्राइड बढ़ना ही कारण नहीं होता है. एलडीएल जिसे खराब काेलेस्ट्रॉल कहा जाता है, उसको 100 से कम होना चाहिए. एलडीएल को कम करने के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन जरूरी है.
हालांकि हार्ट अटैक में काेलेस्ट्राेल के साथ धूम्रपान, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर भी मायने रखता है. ह्रदय रोग में अनुवांशिक लक्ष्ण भी हार्ट अटैक का कारण होता है. डाॅ अंजन ने पेसमेकर की उपयोगिता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यह हमेशा ध्यान देना चाहिए कि किस मरीज को पेसमेकर अौर कब लगाना है. इसके अलासा आइसीडी की कब जरूरत है. आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष डॉ दीपक गुप्ता एवं सचिव डॉ सतीश कुमार का सहयोग रहा. कार्यक्रम में डॉ अरुण कुमार, डॉ पीजी सरकार, डॉ डीके सिंह, डॉ श्यामल सरकार, डॉ अभय, डॉ गजेंद्र, डॉ जीडी बनर्जी, डॉ प्रकाश कुमार, डॉ प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ प्रवीण झा सहित डीएनबी व पीजी स्टूडेंट शामिल हुए.