लखीसराय : जिले के तीन नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्रों में कजरा व पीरीबाजार थाना क्षेत्र नक्सलियों के लिए अरामगाह साबित हो रहा है. इस क्षेत्र में नक्सली अपनी घटनाओं को अंजाम देने के बावजूद चैन से क्षेत्र के पहाड़ी व जंगली इलाकों में विचरण कर रहे हैं, हालांकि पुलिस की ओर से क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कांबिंग चलाये जाने की बात कही जा रही है, लेकिन कांबिंग के दौरान पुलिस के हाथों में उपलब्धि के नाम पर कुछ नहीं हासिल हो रहा है.
विगत तीन अगस्त को नक्सलियों ने अपने विरोध सप्ताह के दौरान कजरा थाना क्षेत्र के उरैन स्टेशन के पास रेल समपार के गेटमैन को अगवाकर इस क्षेत्र में रेल परिचालन को ठप कर दिया था तथा इस दौरान नक्सली बैनर के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी थी. वहीं कजरा से ही मुंगेर पुलिस द्वारा गिरफ्तार दो नक्सली सुशांत राम एवं विनोद कुमार की गिरफ्तारी के बाद उसके निशानदेही पर तीन अगस्त को कजरा थाना क्षेत्र के रामतलीगंज स्थित पहाड़ की तराई से टाउन थाना क्षेत्र के गढ़ी विशनपुर निवासी गौतम कुमार सिन्हा के शव को बरामद किया गया था.
13 अगस्त की रात नक्सलियों ने उरैन गांव के पास एक किराना दुकानदार संजय साव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 19 अगस्त को नक्सलियों ने पीरीबाजार थाना से चंद सौ मीटर की दूरी पर स्थित अभयपुर रेलवे स्टेशन व पीरीबाजार मुसहरी में पुलिस पर हमला बोल के नारों लिखित बैनर व पोस्टर चिपका दिया था. 22 अगस्त को पीरीबाजार थाना क्षेत्र के लोहसरवा गांव से जमीन विवाद की पंचायती करने के बहाने नक्सलियों ने एक ही परिवार के चार सदस्यों को अगवा कर लिया, हालांकि अगवा किये गये सभी लोगों को 48 घंटे के बाद रिहा कर दिया गया़ उस मामले में पुलिस अपनी दबिश के चलते अपहृतों की रिहाई होने की बात कह रही है, लेकिन सूत्रों की मानें तो एक मोटी रकम दिये जाने के बाद सभी को छोड़ा गया. इन सभी मामलों में पुलिस के हाथ अभी तक कोई विशेष सफलता हाथ नहीं लगी है. घटना के बाद पुलिस द्वारा सिर्फ जल्द कार्रवाई व सफलता मिलने का दावा किया जाता रहा है.