लखनऊ /वृंदावन : संघ परिवार की तीन दिवसीय समन्वय बैठक शुक्रवार को यहां शुरू हो गयी. इसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित भगवा संगठन के शीर्ष नेता भाग ले रहे हैं. भागवत की अध्यक्षता में हो रही बैठक में संघ परिवार के 40 संगठन शामिल हो रहे हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं के बीच राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद शाह भाजपा के संगठन सचिव रामलाल के साथ यहां पहुंचे. वृंदावन के केशवधाम में हो रही बैठक के बारे में एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि इसमें संगठनों के कार्यों की समीक्षा की जायेगी.
इस बैठक में संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, सह सरकार्यवाहगण सुरेश सोनी, दत्रात्रेय होसबोले, कृष्ण गोपाल, वी भगैया, अखिल भारतीय कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारी और सदस्यगण, सभी 11 क्षेत्रों के प्रचारक तथा सह प्रचारक, सभी शाखाओं (बौद्धिक, शारीरिक, प्रचार, प्रसार व संपर्क आदि) के प्रमुख, भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिंदू परिषद सहित सभी आनुषांगिक संगठनों के 200 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
इनमें भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, सेवा भारती, राष्ट्र सेविका समिति, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, शिक्षा भारती, हिंदू स्वयंसेवक संघ, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, स्वदेशी जागरण मंच, सरस्वती शिशु मंदिर, विद्या भारती, वनवासी कल्याण आश्रम, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, बजरंग दल, अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण बचाओ परिषद, लघु उद्योग भारती, भारतीय विचार केंद्र, विश्व संवाद केंद्र, राष्ट्रीय सिख संगत, विवेकानंद केंद्र आदि संगठन शामिल हैं.
बैठक स्थल से लेकर आसपास कई किमी के दायरे में सुरक्षाकर्मियों का बड़ा ही सख्त पहरा बैठाया गया है. सुरक्षा के विषय को लेकर शासन-प्रशासन काफी गंभीर है. बैठक शुरू होने से एक दिन पूर्व गुरुवार की शाम आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अजय आनंद, रेंज के महानिरीक्षक मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई आदि ने बड़ी सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण कर इंतजामात पर मुहर लगायी.
संघ पदाधिकारियों के अनुसार चूंकि समन्वय बैठक में कुछ ऐसे विषयों पर विमर्श किया जा रहा है, जिन पर केंद्र के जिम्मेदार पदाधिकारियों की उपस्थिति अपेक्षित है. इसलिए समझा जाता है कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह और वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली बैठक में दो सितंबर (शनिवार) को भाग लेंगे. यह बैठक उत्तर प्रदेश में आयोजित होने के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्रियों में से कोई एक, अथवा दोनों ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डॉ दिनेश शर्मा भोजनावकाश के समय कार्यकर्ताओं से औपचारिक मुलाकात हेतु पधारेंगे.
बैठक स्थल को मथुरा, आगरा और अलीगढ़ के संघ कार्यकर्ताओं द्वारा पूरी तरह से अपनी व्यवस्था में लिया गया है. सरकारी तंत्र के होने पर भी सुरक्षा से लेकर बाकी अन्य सभी व्यवस्थाएं वे स्वयं संभाल रहे हैं. जहां तक, गोपनीयता का सवाल है तो बैठक सभागार में प्रवेश का अधिकार ऐसे किसी भी कार्यकर्ता अथवा पदाधिकारी को नहीं है, जिसे उस क्षेत्र में जाने का आमंत्रण न मिला हो. दूसरे, सभी लोगों के मोबाइल सभागार से बाहर ही जमा करा लिये गये हैं. इससे न तो संभाषण के दौरान व्यवधान उत्पन्न हो सके और न ही कोई भी सूचना लीक हो सके.