साथ ही बहू को अपने यहां रखने तक को तैयार नहीं थे. कल्याणी शरण ने इस फटकार के बाद आयोग की ओर से ससुरालवालों को थोड़ा समय दिया, जिसके बाद ससुराल के लोगों ने बांड भरा और अंडरटेकिंग देने के बाद बहू को साथ लेते गये. ऐसे ही कई मामलों की बुधवार को राज्य महिला आयोग की ओर से जनसुनवाई हुई.
सुबह दस बजे से सर्किट हाऊस में शुरू हुई सुनवाई के दौरान आयोग ने किसी को प्यार से तो किसी को फटकार कर तो किसी को कानूनी प्रावधानों का हवाला देकर मामले को सुलझाया. जो मामला नहीं सुलझा, उसकी सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दी गयी. बुधवार को कुल 32 में से नौ केस को समझौता के आधार पर सुलझा लिया गया जबकि बचे हुए 24 केस में से एक ही पार्टी हाजिर हुआ. इसके बाद दोनों पार्टी को पुलिस को हाजिर करने को कहा गया. गुरुवार को फिर से सुनवाई होगी.
- मीना गोराई बनाम दिनेश गोराई व मधु गोराई का मारपीट करने के संबंध में
- बिंदू देवी बनाम बिनोद कुमार श्रीवास्तव, न्याय दिलाने के संबंध में
- मीना देवी बनाम बैजनाथ ठाकुर, महिला प्रताड़ना के संबंध में
- इपिल स्वाति सोय बनाम मोहम्मद फैसल खान घरेलू हिंसा का मामला
- नीरज कुमार बनाम श्रीनाथ ठाकुर-बहु का प्रताड़ना का केस
- शीला देवी बनाम राहुल कुमार का घरेलू हिंसा का मामला
- कांति देवी बनाम रामाशंकर यादव का घरेलू हिंसा का मामला
- रीना शर्मा बनाम संतोष शर्मा का घरेलू हिंसा का मामला
- एम पदमजा बनाम एम बासु देवी का घरेलू हिंसा के संबंध में