सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी से सटे नौकाघाट-फूलबाड़ी इलाके में एशियन हाइवे कार्य की वजह से निगम क्षेत्र में जलापूर्ति वाली पीएचइ की पाइप लाइन के बार-बार फटने से इन दिनों लोग पहले से ही पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. वहीं, हार्ट ऑफ सिटी सेवक रोड स्थित विशाल सिनेमा हॉल के नजदीक 41 नंबर वार्ड स्थित बरेलिया राइस मिल्स कम्पाउंड के ठीक सामने हाइड्रेन से सटे सरकारी पाइप से पीने के पानी की बर्बादी हो रही है.
दो दिन पहले सोमवार शाम को पाइप लाइन फटी थी तभी से हजारों गैलन पानी हर रोज नष्ट हो रहा है. लेकिन इसकी सुध लेनेवाला कोई नहीं है. स्थानीय वार्ड वासियों ने इस लापरवाही के लिए बरेलिया राइस मिल्स पर ही आरोप लगाया है. पाइप फटने से दो दिनों से कई इलाकों में जल आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हो रही है. लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा.
क्या कहना है लोगों का
एक युवा समाजसेवी मनजीत सिंह का कहना है कि इन दिनों सिलीगुड़ी के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. एक तरफ लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं. वहीं, इस तरह पानी की बर्बादी देखी नहीं जा सकती. दो दिनों से यूं ही पानी बह रहा है और इसे देखनावाला कोई नहीं है. श्री सिंह का कहना है कि बुधवार की सुबह पानी की यह बर्बादी देख वह अपने आप को रोक नहीं सके. इसे रिकॉर्ड कर वह सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया है. जिससे फटी पाइप लाइन की जल्द मरम्मत हो और पानी को लेकर आम लोग भी जागरुक हो. वहीं, एक वार्ड वासी सुमन दास ने इस तरह पानी की बर्बादी के लिए सीधे बरेलिया राइस मिल्स के मालिकों पर ही आरोप लगाया है.
उनका कहना है कि राइस मिल के कम्पाउंड में किसी दुकान में कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा है. दुकान के ठीक सामने हाइड्रेन है. इस हाइड्रेन पर भी राइस मिल के लोगों द्वारा स्लैब बनाने का काम करवाया जा रहा था. उसी दौरान सोमवार शाम को पाइप लाइन फट गयी और तभी से पानी बर्बाद हो रहा है. श्री दास का कहना है कि इसकी शिकायत उन्होंने खुद वार्ड पार्षद और निगम के संबंधित विभाग से मौखिक रुप से की है. उनका कहना है कि इस पाइप लाइन के फटने से केवल 41 नंबर ही नहीं बल्कि अन्य कई वार्डों में भी पानी आपूर्ति प्रभावित हुई है.
निगम नहीं बख्शेगा आरोपियों को : जय चक्रवर्ती
सिलीगुड़ी नगर निगम में जलापूर्ति विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) शरदेंदु चक्रवर्ती उर्फ जय दा कहना है कि निगम पूरे घटना की जांच करेगा. अगर किसी ने अपने स्वार्थ के लिए सरकारी पाइप लाइन को क्षति पहुंचायी है तो उसे बख्शा नहीं जायेगा. सख्त कार्यवाही होगी. इसके लिए वह मेयर अशोक भट्टाचार्य को भी जानकारी दे चुके हैं. इसके अलावा निगम के पीडब्ल्यूडी, बिल्डिंग और जलापूर्ति विभाग के इंजीनियरों को पूरे घटना की जांच कर जल्द रिपोर्ट पेश करने के साथ ही पाइप लाइन को भी जल्द दुरस्त करने का भी निर्देश दिया गया है. जय दा ने बताया कि उनके निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर और कर्मी आज पाइप लाइन मरम्मत करने मौके पर भी भेजे गये. उन्होंने सरकारी पाइप लाइन लिकेज और पानी बरबाद करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि कोई अपने स्वार्थ के लिए सरकारी हाइड्रेन को ढकने के लिए स्लैब बनाता है और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो इसे कभी भी बरदाश्त नहीं करेंगे. वहीं, इस बाबत 41 नंबर वार्ड के पार्षद रवि राय से भी संपर्क साधा गया लेकिन उन्होंने मीटिंग में व्यस्त होने का हवाला देकर कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया.
मिल कम्पाउंड के मालिकों ने पेश की सफाई : बरेलिया राइस मिल्स कम्पाउंड के मालिकों ने सरकारी पाइप लाइन के फटने और पानी बर्बादी पर अपनी सफाई पेश की है. मिल के एक कर्मचारी ने अपना नाम प्रकाशित न करने के शर्त पर बताया कि मालिकों द्वारा हाइड्रेन के पास एक नयी दुकान बनायी जा रही है. साथ ही हाइड्रेन पर एक स्लैब बनाकर सीमेंट व कंक्रीट का काम करवाया गया. इसके लिए हाइड्रेन के पास ही एक गड्ढा भी खुदवाया गया. इसी दौरान पानी की पाइप लाइन फट गयी और उसके बाद से ही पानी बहने लगा. इस बाबत मिल कम्पाउंड के एक मालिक गौरव बरेलिया ने प्रभात खबर के प्रतिनिधि को बयान देने से साफ इंकार कर दिया. इसके लिए उन्होंने दीपक बरेलिया से संपर्क करने की हिदायत दी. दीपक बरेलिया ने सफाई देते हुए अपने बयान में कहा कि पानी बर्बादी का उन्हें खुद अफसोस है. इसकी खबर लगते ही उन्होंने खुद वार्ड पार्षद और निगम के संबंधित विभागों को इसकी जानकारी दी. आज दिन में निगम से पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियरों ने भी आकर क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की जांच भी की. श्री बरेलिया ने इंजीनियरों के हवाले से बताया कि शहर और भी कई जगहों पर इसी तरह पाइप लाइन में लिकेज है .