विधायक के भतीजे के शामिल होने के पक्ष में छापेमारी दल ने दर्ज कराया बयान
पटना : अवैध रूप से बालू उत्खनन के मामले में अनुसंधान लगातार जारी है. बुधवार को विधायक भाई वीरेंद्र के भतीजे सोनू के शामिल होने के संबंध में खनन व पुलिस विभाग के पदाधिकारियों ने अनुसंधानकर्ता के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया.
जिसमें उन लोगों ने जानकारी दी है कि सोनू के निर्देश पर ही बालू खनन होता था. ये वे पदाधिकारी है, जो छापेमारी के समय मौके पर मौजूद थे. इस बयान के बाद अब विधायक के भतीजे सोनू की मुश्किलें और बढ़ गयी है.
गायब पोकलेन के संबंध में भी हो रही जांच : पिछले साल बरामद हुए 23 पोकलेनों में से 13 के गायब होने के मामले में भी जांच चल रही है. साथ ही इस साल बरामद हुए पोकलेन के मालिकों के संबंध में भी जानकारी ली जा रही है.
कई पोकलेन के ऊपर के नंबर को बालू माफियाओं ने मिटा दिया था, जिसके कारण गाड़ी मालिकों को चिह्नित करने में परेशानी हो रही है. हालांकि, पोकलेन मशीन के संबंधित कंपनी के इंजीनियरों ने मशीन के चेचिस नंबर को नोट कर लिया है और उसका रजिस्ट्रेशन नंबर निकाला जा रहा है. रजिस्ट्रेशन नंबर मिलने पर पुलिस आसानी से उनके मालिकों तक पहुंच सकती है. फिलहाल इंजीनियरों ने उन पोकलेन का रजिस्ट्रेशन नंबर पुलिस को नहीं सौंपा है.
पटना : बालू माफिया के गिरफ्तारी करने पर लगी रोक को हटाने के लिए पटना पुलिस ने पीपी के माध्यम से कोर्ट में पेटीशन दाखिल किया. अब यह संभावना जतायी जा रही है कि जल्द ही गिरफ्तारी करने पर लगी रोक को हटा लिया जायेगा.
विदित हो कि ब्रॉडसन कमोडिटिज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल पुंज सिंह व अन्य बालू माफियाओं ने कोर्ट से नो काेरसिव यानी गिरफ्तारी पर रोक लगवा लिया था. जिसका नतीजा यह था कि पटना पुलिस को झरिया से पुंज सिंह को पकड़ने के बाद भी बैरंग वापस लौटना पड़ा था. उसने गिरफ्तारी पर लगे रोक के आदेश को पटना पुलिस को दिखा दिया था. इसी प्रकार बालू माफिया अनिल कुमार ने भी गिरफ्तारी पर रोक का आदेश ले रखा है.