नयी दिल्ली : धनराज पिल्लै के बाद खेलरत्न सम्मान पाने वाले दूसरे हॉकी खिलाड़ी बने सरदार सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार उन्हें भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रेरित करेगा. करिश्माई फारवर्ड धनराज पिल्लै को 1999-2000 में देश का सर्वोच्च खेल सम्मान दिया गया था जबकि पिछले 17 साल में किसी और हॉकी खिलाड़ी को यह गौरव हासिल नहीं हुआ.
सरदार ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पुरस्कार लेने के बाद कहा, मुझे सीनियर स्तर पर खेलते हुए 12 साल हो गए और पिछले तीन चार साल से प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा था. व्यक्तिगत और टीम प्रदर्शन अच्छा रहने पर पुरस्कार मिलने का यकीन था. इकतीस बरस के सरदार पर भारतीय मूल की एक ब्रिटिश हॉकी खिलाड़ी के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे जिनका उन्होंने खंडन किया था. उनकी मैदानी उपलब्धियां इतनी थी कि जस्टिस सी के ठक्कर की अध्यक्षता वाली समिति ने पुरस्कार के लिये पैरा एथलीट देवेंद्र झझारिया के साथ उनका चयन किया. सरदार ने कहा, मैने अपने कैरियर में कई उतार चढ़ाव देखे.