नयी दिल्ली : बंबई शेयर बाजार के निदेशक मंडल ने अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी )सीईओ) आशीष चौहान के लिए पांच साल के और कार्यकाल की मंजूरी दे दी है. चौहान को बीएसई की स्थिति में सुधार लाने और बेहद सफल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) और मजबूत कारोबारी विस्तार का श्रेय जाता है.
चौहान 2009 में बीएसई के डिप्टी सीईओ बने थे. उन्हें 2 नवंबर, 2012 को पांच साल के लिए बीएसई का प्रबंध निदेशक एवं सीईओ बनाया गया था. इससे पहले इसी महीने हुई बैठक में एक्सचेंज के निदेशक मंडल ने 2 नवंबर, 2017 से एक नवंबर, 2022 तक पांच साल के लिए चौहान के बीएसई के प्रबंध निदेशक व सीईओ पद पर पुन: नियुक्ति को मंजूरी दी थी.
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इसके लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड की मंजूरी लेनी होगी. इसके अलावा आगामी सालाना आम बैठक में शेयरधारकों की भी मंजूरी लेनी होगी. चौहान नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज (एनएसई) के संस्थापक सदस्यों की टीम में भी थे. वह 1992 से 2000 तक एनएसई में रहे थे.
वर्ष 2000 से 2009 वह रिलायंस समूह के प्रेसिडेंट एवं मुख्य सूचना अधिकारी रह चुके हैं. वह शुरुआती वर्षों में आईपीएल क्रिकेट टीम मुंबई इंडियंस के सीईओ भी रहे थे. बीएसई में उन्हें एशिया के सबसे पुराने एक्सचेंज की स्थिति सुधारने और उसे दुनिया का सबसे तेज एक्सचेंज बनाने का श्रेय जाता है.
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बीएसई में सौदे के आॅर्डर पर प्रतिक्रिया का समय घट कर छह माइक्रोसेकेंड से भी कम रह गया है. चौहान के पास आईआईटी बंबई से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक तथा आईआईएम कोलकाता से पीजीडीएम की डिग्री है.
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