वनवासी क्षेत्रों में जितनी भी जनजातियां हैं, सभी के साथ संपर्क होना चाहिए. ग्रामीणों से जुड़कर उनकी समस्याअों का हल निकालना होगा. जहां भी वनवासी कल्याण केंद्र के प्रकल्प हैं वहां कार्यकर्ता पेंशन, विधवा पेंशन, पट्टा दिलाने, शिक्षा में मदद करें.
पहले सत्र में सोमाया ने जिला सम्मेलन का महत्व, उद्देश्य अौर तैयारी के बारे में चर्चा की. क्षेत्रीय संगठन मंत्री मणिराम पाल ने समितियों, पूर्णकालिक एवं अंशकालिक कार्यकर्ताअों के कर्तव्य एवं दायित्व के बारे में बताया. विभिन्न जिलों से आये कार्यकर्ताअों ने भी अपने अनुभवों को साझा किया. कार्यक्रम में कृपा प्रसाद सिंह, रिझू कच्छप, तुलसी प्रसाद गुप्ता, रंधीर सिन्हा, सुनील सिंह, प्रणय दत्त, सत्येंद्र सिंह सहित अन्य उपस्थित थे.