पटना : बिहार की राजनीति में इन दिनों सत्तापक्ष की हर बात पर विपक्ष की नजर बनी रहती है. विधानमंडल के मानसून सत्र में सृजन घोटाले को लेकर हमलावर रहा विपक्ष सत्तापक्ष की हर गतिविधियों पर नजर बनाये हुए है. शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर आये थे. उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे करने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बड़े अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद बिहार को तत्काल 500 करोड़ रुपये सहायता करने की घोषणा की. प्रधानमंत्री ने इधर घोषणा की और उधर राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए लिखा कि यूपीए सरकार ने तो 2008 की आयी बाढ़ के लिए 1100 करोड़ की सहायता राहत राशि दी थी.
Bihar has worst flood but Nitish Ji's NDA PM gave only 500 Cr However in 2008 UPA gave 1100 Crore. What CM wud say on it?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 26, 2017
तेजस्वी यादव इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने लिखा कि नरेंद्र मोदी बिहार में हुए अपने अपमान का बदला रे रहे हैं, आगे आने वाले वक्त में मोदी नीतीश कुमार से सारे बदले लेंगे. तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश जी का पटना में भोज ठुकराया, सारे बदले लिए जायेंगे धीरे-धीरे. प्रधानमंत्री का पूर्व से कार्यक्रम था कि वह बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद सीएम आवास जायेंगे और वहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भोजन करेंगे. अपरिहार्य कारणों से भोज को रद्द कर दिया गया. प्रधानमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक की और उसके बाद चले गये. इन्हीं बातों तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट के जरिये लिखा है.
प्रधानमंत्री जी ने मुख्यमंत्री नीतीश जी का पटना में भोज ठुकराया। सारे बदले लिए जायेंगे धीरे-धीरे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 26, 2017
महागठबंधन से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव और पुत्र तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार को पलटू राम औरभाजपा की गोद में बैठने वाला नेता बताते रहे हैं. हाल में सृजन घोटाला सामने आने के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी से इस्तीफे की मांग भी की थी. तेजस्वी यादव का कहना था कि बिना इस्तीफे के निष्पक्ष जांच संभव नहीं है.
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