10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

फिल्‍म रिव्‍यू: जानें कैसी है सिद्धार्थ-जैकलीन की ”अ जेंटलमैन”

II उर्मिला कोरी II फिल्म: अ जेंटलमैन निर्माता: फॉक्स स्टार स्टूडियो निर्देशक: कृष्णा डीके कलाकार: सिद्धार्थ मल्होत्रा, जैकलीन फर्नांडीज, सुनील शेट्टी और अन्य रेटिंग: दो बॉलीवुड में डबल रोल का फॉर्मूला बहुत पुराना है. उसी फार्मूला पर ‘अ जेंटलमैन’ की भी कहानी है. कहानी बरसों पुरानी वाली है. हाँ विदेशी लोकेशंस, हसीन चेहरों और ज़बरदस्त […]

II उर्मिला कोरी II

फिल्म: अ जेंटलमैन
निर्माता: फॉक्स स्टार स्टूडियो
निर्देशक: कृष्णा डीके
कलाकार: सिद्धार्थ मल्होत्रा, जैकलीन फर्नांडीज, सुनील शेट्टी और अन्य
रेटिंग: दो

बॉलीवुड में डबल रोल का फॉर्मूला बहुत पुराना है. उसी फार्मूला पर ‘अ जेंटलमैन’ की भी कहानी है. कहानी बरसों पुरानी वाली है. हाँ विदेशी लोकेशंस, हसीन चेहरों और ज़बरदस्त स्टंट से इस कहानी को नया रंग दे कर एंटरटेनिंग बनाने की कोशिश की गई है, लेकिन मेकर्स यह बात भूल गए कि किसी भी फिल्म को एंटरटेनिंग और एंगेजिंग बनाने की सबसे पहली ज़रूरत एक अच्छी कहानी की होती है. जो इस फिल्म में नहीं है. फिल्म में सिद्धार्थ डबल रोल में है एक किरदार गौरव है तो दूसरा ऋषि.

बॉलीवुड में डबल रोल का मतलब ही दोनों के चेहरे भले एक हो लेकिन स्वभाव बिलकुल अलग होंगे तो यहाँ भी एक सीधा-सादा जीवन जीना चाहता है तो दूसरा थोड़ा रिस्की है. इनदोनो के बीच में काव्या (जैकलीन) है और एक कर्नल (सुनील शेट्टी) भी. कर्नल ऋषि के पीछे पड़ा है. क्या है कर्नल ऋषि का कनेक्शन. क्या होगा जब ऋषि और गौरव की राहें टकराएंगी. इसी ट्विस्ट एंड टर्न से कहानी अपने अंजाम तक पहुँचती है. फिल्म की कहानी अधपकी सी है, फिल्म में एक सस्पेंस भी डाला गया है जो सामने आता है तो और फिल्म को देखने का मज़ा किरकिरा हो जाता है.

फिल्म की कहानी जैसे जैसे आगे बढ़ती है बोरियत भी बढ़ती चली जाती है फर्स्ट हाफ अपने कॉमेडी वाले लाइन्स की वजह से थोड़ा ठीक भी है लेकिन सेकंड हाफ में कहानी कन्फ्यूजिंग हो जाती है और निर्देशक की तमाम कोशिशों के बावजूद फिल्म एंटरटेन नहीं कर पाती है. अभिनय की बात करें तो सिद्धार्थ मल्होत्रा ने अपना किरदार बखूबी निभाया है. वह पर्दे पर आकर्षक दिखते हैं. एक्शन दृश्यों को उन्होंने बखूबी निभाया है.

जैकलीन ठीक-ठाक रही. उन्हें अपनी एक्टिंग पर थोड़ा और काम करने की ज़रूरत है. फिल्म में नेगेटिव रोल में दिखे सुनील शेट्टी भले ही ज़्यादा नज़र नहीं आये हैं लेकिन उन्होंने अच्छी एक्टिंग की है. इसके अलावा दर्शन कुमार और हुसैन दलाल समेत बाकी सह कलाकार का काम भी अच्छा है. सचिन जिगर का संगीत औसत है एक गीत भी फिल्म का याद नहीं रह जाता है. फिल्म का एक्शन और सिनेमेटोग्राफी खास है. कुलमिलाकर फिल्म के लुक पर जितनी मेहनत की गयी है उतनी अगर कहानी पर की गयी होती तो यह एक अच्छी फिल्म बन सकती थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें