पटना : सृजन घोटाला को लेकर विपक्ष के आरोपों को सीएम नीतीश कुमार ने निराधार करार दिया है. जदयू विधानमंडल दल की बैठक में सीएम ने कहा कि ऐसा कोई टकसाल नहीं बना जो उन्हें खरीद सके. उन्होंने जीवनभर पूरी ईमानदारी से राजनीति की है व कभी भी ईमानदारी से कोई समझौता नहीं किया है. विपक्ष जो आरोप लगा रहा है वह सरासर गलत है और उनके आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. इस मामले में कोई भी दोषी होंगे, वे नहीं बचेंगे.
चाहे वे किसी भी दल के हों या कितने ही रसूख वाले ही क्यों न हों, उन पर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि आठ अगस्त को ही उनके संज्ञान में यह मामला आया और नौ अगस्त को उन्होंने इसकी सार्वजनिक जानकारी भी दी. उससे पहले किसी को कुछ नहीं मालूम था. उसी दिन टीम बनाकर जांच के लिए भेजा गया. सरकार ने देर न करते हुए पूरे मामले की जांच के लिए सीबीआइ को अनुशंसा भी कर दी. विधानमंडल दल की बैठक में संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार और विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने भी अपनी बात रखी.
बिहार में सबसे भयंकर बाढ़, पानी के बहाव को न करें प्रभावित : सीएम ने कहा कि बिहार में आयी बाढ़ अब तक सबसे भयंकर है. नेपाल और उत्तर बिहार में हुई बारिश से 18 जिले और डेढ़ करोड़ की आबादी प्रभावित हुई है. प्राकृतिक छेड़छाड़ की वजह से भी ऐसी आपदा आयी है. सीएम ने कहा कि विधायक-विधान पार्षद भी विधानमंडल के सत्र के बाद अपने क्षेत्रों में जाये और बाढ़ पीड़ितों की मदद करें. साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष में दिल खोल कर दान दें.
राजद का निकलेगा राजनीतिक दम : सीएम ने कहा कि राजद के बड़े नेता हताशा की पराकाष्ठा पर पहुंच गये हैं. जिस तरह की भाषा की वह बात कर रहे हैं, उसका परिणाम आने वाले समय में दिखेगा. अगले दल महीने में समझ में आ जायेगा कि जो लोग उनके साथ हैं वो कहां रहेंगे. अभी तो कुछ लोगों में सत्ता जाने का गम है. आने वाले समय में राजनीतिक दम निकलने वाला है.
इससे आत्म संतोष मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ राहत कैंपों में रहने वाले पीड़ितों जिनका बैंक एकाउंट नहीं है, उसे खोलने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी प्रकार की मदद की आवश्यकता है वो दी जा सके. इसके लिए संबंधित जिलों को निर्देश दिया गया है.