पीरीबाजार/कजरा : फूफा-भतीजे के झगड़े में मंगलवार की देर रात नक्सलियों ने चार लोगों का अपहरण कर लिया. पीरीबाजार थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने मंगलवार की रात लहसोरवा गांव निवासी किसान भूना यादव व उनके दो बेटों बबलू यादव व विकास यादव और उनके एक रिश्तेदार संजय यादव को पंचायती करने के बहाने अपहरण कर अपने साथ जंगल की ओर लेते चले गये. भूना यादव का साला के पुत्र शंकर यादव के साथ जमीन विवाद चल रहा था. शंकर यादव पर नक्सली दस्ते से मिले होने तथा उस पर धरहरा थाने के दारोगा भवेश हत्याकांड सहित कई अन्य वारदातों में शामिल होने का आरोप है. शंकर यादव का उसके फूफा भूना यादव के साथ तीन कट्ठा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इस वजह से तीन माह पूर्व भी शंकर अपने नक्सली साथियों के साथ भूना को उठाकर जंगल में ले गया था. नक्सलियों ने भूना यादव को आदेश दिया था कि वह शंकर यादव को ढाई लाख रुपये दे दे. रुपये का इंतजाम नहीं किये जाने के कारण मंगलवार की रात पंचायती करने के नाम पर शंकर ने अपने नक्सली साथियों के साथ मिल कर भूना सहित चार लोगों को उठवा लिया.
दहशत में परिजनों ने छोड़ा घर, थानेदार के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी
भूना सहित चार लोगों के अपहरण के बाद से परिजन दहशत में आकर घर छोड़कर निकल गये हैं. अपहृत के घर पर किसी के नहीं होने से पुलिस के पास इसकी शिकायत नहीं हो सकी है. इसके बाद एसपी अरविंद ठाकुर के निर्देश पर पीरीबाजार थानाध्यक्ष रविकांत कुमार ने स्वयं के बयान पर चार लोगों के अपहरण में शंकर यादव सहित आठ नक्सलियों को नामजद व कई अन्य नक्सलियों को अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है. इस संबंध में एसपी ठाकुर ने बताया कि यह पूरी तरह भूमि विवाद का मामला है. घटना को अंजाम देने में शामिल शंकर यादव नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है और नक्सलियों की मदद से अपने फूफा, दो फुफेरे भाइयों व एक अन्य रिश्तेदार को उठाकर ले गया है. पुलिस सभी अपहृत की सकुशल बरामदगी के लिए प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि घटना में शंकर यादव के अलावा नक्सली अनुज उर्फ प्रवेश दा, बालेश्वर कोड़ा, अरविंद यादव उर्फ नेताजी, अर्जुन कोड़ा, नरेश कोड़ा, शंभु कोड़ा तथा धरहरा थाना क्षेत्र के पैसरा निवासी सुरेश कोड़ा सहित अन्य नक्सलियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
यह भी पढ़ें : सृजन के सभी पदधारकों पर दर्ज हुई प्राथमिकी, रालोसपा नेता की पत्नी भी आरोपित
यह भी पढ़ें : सासाराम के सीओ ने हाइकोर्ट में झूठ बोला, पकड़े गये, जेल जाने से बाल-बाल बचे
यह भी पढ़ें : दुष्कर्म मामला : जेल से बाहर आयेंगे निखिल प्रियदर्शी, तीन माह में पीड़िता से शादी कर करना होगा सरेंडर
यह भी पढ़ें : मृतकों को मिला वीणा और अल्पना सिनेमा हॉल का लाइसेंस! हाइकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब