लखनऊ : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हाल में संदिग्ध परिस्थितियों में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत मामले की जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट मंगलवार शाम सरकार को सौंप दी. रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है. गौरतलब हो कि प्रिंसिपल को पहले ही पद से हटा दिया गया था और डॉक्टर कफील को भी इंसेफलाइटिस विभाग के प्रमुख के पद से हटा दिया गया था.
एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव राजीव कुमार की अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति ने मंगलवार शाम को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत 12 अगस्त को मुख्य सचिव की अगुवाई में एक जांच समिति गठित की थी और उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में गत 10-11 अगस्त की रात को संदिग्ध हालात में बड़ी संख्या में मरीज बच्चों की मौत की जांच का जिम्मा सौंपा गया था. इसके पूर्व गत 18 अगस्त को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की 3 सदस्य टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चों की मौत के पीछे मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार बताया था.
एसोसिएशन की रिपोर्ट में कहा गया था कि अस्पताल प्रशासन को अपने यहां कार्यरत डॉक्टरों को ऑक्सीजन की किल्लत के बारे में 7 दिन पहले ही सतर्क करना था. मालूम हो कि गत 10 – 11 अगस्त की रात को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संदिग्ध हालात में करीब 60 बच्चों की मौत हुई थी. ऐसे आरोप लगाए गए थे कि यह घटना ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई. हालांकि राज्य सरकार ने इन दावों को गलत बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे.