जमशेदपुर: एग्रिको गोलचक्कर के जीर्णोद्धार के बाद फिर से लाइट सिग्नल लगा दिया गया है. एग्रिको गोलचक्कर पर पूर्व से लाइट सिग्नल था, जिसे रोड चौड़ीकरण अौर गोलचक्कर जीर्णोद्धार के दौरान हटा दिया गया था. फिर से गोलचक्कर में लाइट सिग्नल लगा दिया गया है, हालांकि इसे चालू नहीं किया गया है.
शहर में वर्तमान में बिष्टुुपुर, बेल्डीह अौर साकची-बिष्टुपुर मेन रोड जनरल अॉफिस के समीप ही लाइट सिग्नल चल रहे हैं.
एमजीएम गोलचक्कर समेत विभिन्न स्थानों पर है लाइट सिग्नल लगाने की योजना: एमजीएम गोलचक्कर, मानगो चौक, गोलमुरी चौक समेत विभिन्न व्यस्त गोलचक्करों पर लाइट सिग्नल लगाने की योजना बनायी गयी थी अौर नगर निकाय स्टेक होल्डरों की बैठक में इसकी मंजूरी भी मिली थी, लेकिन योजना धरातल पर नहीं उतर पायी है.
पिछले साल हुई स्टेक होल्डरों की बैठक में एमजीएम गोलचक्कर पर लाइट सिग्नल लगाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से पिछले एक साल से गोलचक्कर ही सही तरीके से नहीं बन सका अौर डायवर्सन बन कर रह गया है, जिसके कारण लाइट सिग्नल नहीं लग पा रहा है.
एमजीएम गोलचक्कर को बड़ा बनाने का निर्णय पिछले साल दुर्गापूजा के पूर्व तत्कालीन एसडीअो सूरज कुमार, जुस्को के महाप्रबंधक कैप्टन धनंजय मिश्रा समेत अन्य अधिकारियों ने दौरे के बाद लिया था अौर बड़ा गोलचक्कर बनाने के लिए आसपास से स्थान भी निकाले गये थे, लेकिन एक साल बाद भी गोलचक्कर का काम पूरा नहीं हो सका. इसके अलावा तीन साल पूर्व मानगो चौक, पारडीह चौक, डिमना चौक, साकची शीतला मंदिर चौक, पुराना कोर्ट गोलचक्कर, जुबिली पार्क गोलचक्कर अौर गोलमुरी चौक में लाइट सिग्नल बनाने का निर्णय लिया गया था अौर नगर विकास के नागरिक सेवा मद की राशि से लाइट सिग्नल लगाने की मंजूरी दी गयी थी, लेकिन अब तक किसी गोलचक्कर में लाइट सिग्नल नहीं लगा है, जिसके कारण गोलचक्करों में जाम, दुर्घटनायें होती है.