कई मंत्री भी विधानसभा परिसर में हैं, लेकिन वेे अपने कक्ष में हैं और सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. अपने कक्ष से ही विधानसभा कार्यवाही सुन रहे मंत्री विधानसभा कक्ष में आये और कार्यवाही में हिस्सा लें. इसके बाद विधानसभा कक्ष में पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, रवींद्र भट्टाचार्य, फिरहाद हकीम, स्वपन देवनाथ, चंद्रिमा भट्टाचार्य, चूंड़ामनी महतो, निर्मल घोष आदि सदन कक्ष में पहुंचे और कार्यवाही में हिस्सा लिया.
किसानों की हितों की रक्षा की जायेगी. उन्होंने कहा कि कृषि जमीन को गैर कृषि जमीन में बदलने पर सरकार की कड़ी नजर रहेगी तथा उस अनुपाद में उन पर अधिभार व कर लगाये जायेंगे. राज्य के स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि सिंगूर को लेकर वाम मोरचा सरकार के समय बना कानून अब रद्द हो गया है तथा किसानों को उनकी जमीन वापस लौटा दी गयी है. राज्य सरकार का यह फैसला ऐतिहासिक है.