लाहौर : पाकिस्तान की एक अदालत ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों का अपमान करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 13 अन्य वरिष्ठ नेताओं को नोटिस जारी किये हैं. याचिकाकर्ता के वकील अजहर सिद्दीकी ने लाहौर उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करते हुए कहा कि पिछले सप्ताह इस्लामाबाद से लाहौर तक अपनी चार दिन की होमकमिंग रैली में शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीशों पर मौखिक हमला बोला जिन्होंने पनामा पेपर्स मामले में उन्हें अयोग्य करार दिया था.
याचिका में कहा गया, ‘शरीफ और उनके खास लोगों ने इस्लामाबाद से लाहौर के रास्ते में कई जगहों पर न्यायपालिका विरोधी भाषण दिये और शीर्ष अदालत के जजों का मजाक उड़ाया. उन्होंने न केवल न्यायाधीशों का अपमान किया, बल्कि न्यायपालिका की संस्था पर भी निशाना साधा और उसे अपूरणीय क्षति पहुंचायी.’ इसमें कहा गया, ‘नवाज और अन्य लोगों ने अदालत की अवमानना की. उन पर अपने भाषणों में न्यायपालिका और सेना की छवि खराब करने के मामले में देशद्रोह के आरोपों में भी मुकदमा चलना चाहिए. ‘लाहौर हाइकोर्ट ने याचिका को स्वीकार करते हुए शरीफ और ख्वाजा आसिफ, साद रफीक, तलाल चौधरी और डेनियल अजीज समेत संघीय मंत्रियों को नोटिस जारी करके उनसे सुनवाई की अगली तारीख 25 अगस्त तक जवाब देने को कहा.
इससे पहले नवाज शरीफ ने पनामा पेपर्स मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की समीक्षा के लिए तीन अलग-अलग याचिकाएं दाखिल कीं. शरीफ के वकील ख्वाजा हैरिस ने इमरान खान, शेख राशिद और सिरजुल हक की याचिकाओं के जवाब में शीर्ष अदालत की लाहौर रजिस्ट्री में तीन समीक्षा याचिकाएं दाखिल कीं.